आशायें बोली शासनादेश जारी होने तक देगें धरना
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। आशा कार्यकत्रियों ने 12 सूत्रीय मांगोें को लेकर तहसील परिसर में बुधवार को 47 वें दिन भी सरकार के खिलाफ धरना दिया। आशाओं ने मांगों पर शासनादेश जारी होने तक धरना प्रदर्शन जारी रखने का निर्णय लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार आशाओं की मांगों की अनदेखी कर रही है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
अध्यक्ष प्रभा चौधरी ने कहा कि जब तक आशाओं की सारी मांगे पूरी नहीं होगीं तब तक कार्यबहिष्कार जारी रहेगा। अगर सरकार को धरना प्रदर्शन समाप्त करवाना है तो उनकी मांगों पर जल्द से जल्द शासनादेश जारी करें। उन्होंने कहा कि आशायें 21 हजार रूपये मानदेय करने, सरकारी कर्मचारी घोषित करने, सेवानिवृत्त होने पर पेंशन का प्रावधान, 10 लाख का बीमा, 50 लाख का स्वास्थ्य बीमा, कोरोना काल में ड्यूटी के 10 हजार रूपये देने सहित 12 सूत्रीय मांगों पर शासनादेश जारी करने की मांग कर रही है, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। जिससे आशाओं में आक्रोश पनप रहा है। प्रदर्शन करने वालों में अध्यक्ष प्रभा चौधरी, उपाध्यक्ष मीरा नेगी, सचिव रंजना कोटनाला, सुनीता रावत, लक्ष्मी गुसांई, नीलम कुकरेती, धनेश्वरी, राखी, कल्पना काला, सुमन राठौर, शोभा, रेखा, ज्योति, दीपा गुसांई, चंद्रकला, नीलम, रीता, कविता, मेघा असवाल, राखी, कलावती, प्रीति, मीना, कुसुम, कल्पना बिष्ट, विनीता काला, आशा ढौंडियाल, दीपा रावत, हेमलता चौहान, संगीता, मुन्नी नयाल, हेमलता रावत, संजू नेगी, मुन्नी देवी, गायत्री देवी, सरस्वती देवी, कलावती, तारा आदि शामिल थे।