उत्तराखंड

मानव सेवा ही प्रेम प्रकाश मंडल की परम्परारू भगत प्रकाश

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हरिद्वार। प्रेम प्रकाश मंडल के अध्यक्ष भगत प्रकाश ने कहा कि मानव सेवा ही प्रेम प्रकाश मंडल की परम्परा रही है। उन्होंने कहा कि सद्गुरू स्वामी सर्वानन्द महाराज त्याग, तपस्या की साक्षात प्रतिमूर्ति थे। यह बातें उन्होंने अस्थाई चिकित्सालय के शुभारंभ करते हुए कही। प्रेम प्रकाश आश्रम में सद्गुरू स्वामी सर्वानन्द महाराज के 127वें जन्मोत्सव के अवसर पर अस्थायी चिकित्सालय का शुभारम्भ किया गया। 24 अक्तूबर से 28 अक्तूबर 2023 तक चलने वाले 127वें जन्मोत्सव के पूर्व दिवस भक्तों व स्थानीय निवासियों की सुविधार्थ अस्थायी चिकित्सालय का शुभारंभ किया। भगत प्रकाश ने कहा कि सद्गुरु स्वामी सर्वानन्द महाराज सिंध से सेवकों के साथ पैदल हरिद्वार आकर गंगा स्नान व प्रवचन किया करते थे। उन्होंने सिंध प्रांत तक सनातन संस्ति का प्रचार-प्रसार किया। उनकी सेवा परम्परा को प्रेम प्रकाश मंडल निरन्तर आगे बढ़ा रहा है। उनके 127वें जन्मोत्सव पर पांच दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसमें देश-विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्घालु भागीदारी करेंगे। संत हिमांशु ने कहा कि अस्थायी चिकित्सालय का शुभारम्भ होने के पश्चात 24 अक्तूबर को प्रेम प्रकाश ग्रंथ व श्रीमद् भागवत गीता का पाठ प्रारम्भ होगा। साथ ही हवन एवं ध्वजा वंदन, आरोहण किया जायेगा। 25 अक्तूबर से 27 अक्तूबर तक प्रतिदिन सत्संग, प्रवचन व आरती का आयोजन होगा। 28 अक्तूबर को गुरू पूजा पाठ का पारायण भोग, भण्डारा 56 भोग पश्चात उत्सव का समापन होगा। क्षेत्रीय पार्षद अनिरूद्घ भाटी ने कहा कि प्रेम प्रकाश मण्डल समूची दुनिया में सेवा व सनातन संस्ति का संवाहक है। इस अवसर पर ड़ वासुदेव, अशोक जेठानी, गोवर्धन दास, संत यश, राघव ठाकुर समेत अनेक लोग शामिल रहे।

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