जौलकांडे के ग्रामीणों ने किया कलक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन
बागेश्वर। डामरीकरण की मांग को लेकर जौलकांडे के ग्रामीणों ने बुधवार को कलक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया। उन्होंने सड़क में डामरीकरण कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि पूर्व में हुआ डामर अस्सी प्रतिशत तक उखड़ गया है। ग्रामीणों ने उपेक्षा होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। बागेश्वर से जौलकांडे मोटर मार्ग बदहाली के आंसू रो रहा है। सड़क में वर्षों पूर्व हुआ डामर पूरी तरह उखड़ गया है। भारी-भरकम गड्ढ़े बन गए हैं। नाली, कलमठ और पैराफिटों का नामोनिशान मिट गया है। सड़क को लेकर विभाग उदासीन बना हुआ है। ग्रामीणों ने कहा कि दोपहिया वाहन चलाने वाले आए दिन चोटिल हो रहे हैं। कई बार सड़क की मरम्मत और डामरीकरण के लिए विभाग को मौखिक एवं लिखित रूप से अवगत कराया गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। तीन सितंबर 2020 को ग्राम पंचायत जौलकांडे जिलाधिकारी पहुंचे थे। तब भी यह मांग प्रमुखता के साथ उठाई गई। उन्होंने कहा कि अभी तक सड़क की स्थिति नहीं सुधर सकी है। सड़क क्षतिग्रस्त होने से जौलकांडे के अलावा लेटी, बमडाना, शीशाखानी, छनापानी आदि गांवों की तीन हजार से अधिक जनता प्रभावित हो रही है। सड़क की स्थिति खराब होने से बड़ी दुर्घटनाओं का भी भय बना हुआ है। इस मौके पर ग्राम प्रधान प्रिया उप्रेती, वन पंचायत सरपंच नरेश उप्रेती, हरीश चंद्र उप्रेती, बसंत भट्ट, खीम राम, रमेश भट्ट, सुंदर सिंह बिष्ट, दरवान सिंह, हरीश मनराल, प्रेम सिंह जनौटी आदि मौजूद थे।