सर जॉर्ज एवरेस्ट हाउस का किया लोकार्पण
23.69 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है नवीनीकरण
-1832 में निर्मित इस हाउस में रहा करते थे सर्वेयर जनरल सर जॉर्ज एवरेस्ट
जयन्त प्रतिनिधि।
देहरादून : मसूरी के पार्क एस्टेट हाथी पांव में सर जॉर्ज एवरेस्ट हाउस का 23.69 करोड़ रुपये की लागत से किए गए नवीनीकरण के बाद मंगलवार को प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने लोकार्पण किया।
जॉर्ज एवरेस्ट हाउस परिसर में आयोजित समारोह में सतपाल महाराज ने दीप प्रज्वलित व फीता काटकर भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि 1832 में निर्मित जॉर्ज एवरेस्ट हाउस, जिसमें भारत के पहले सर्वेयर जनरल सर जॉर्ज एवरेस्ट रहा करते थे। यहीं से उन्होंने कई हिमालयी पर्वत चोटियों को खोजा था। यह घर कुछ दशक पहले क्षतिग्रस्त और जीर्ण शीर्ण हो गया था। प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा इसका जीर्णोद्वार किया गया है। इसमें मुख्य जॉर्ज एवरेस्ट हाउस के अलावा आउट हाउस, ऑब्जरवेट्री, संपर्क मार्ग व परिसर को डेवलप किया गया है। अभी यहां पर स्टार गेजिंग कार्य होना है, जिसको शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा।
बाक्स
कौन हैं सर्वेयर जनरल सर जॉर्ज एवरेस्ट
सर जॉर्ज एवरेस्ट एक प्रसिद्ध भूगोलवेत्ता और भारत के प्रथम महासर्वेक्षक थे। उन्होंने 1832 में मसूरी स्थित जार्ज एवरेस्ट हाउस एवं लेबोरेटरी का निर्माण किया था। वर्ष 1865 में सर जार्ज एवरेस्ट के सम्मान में पी-15 का नाम बदलकर माउंट एवरेस्ट रख दिया गया। सर जार्ज एवरेस्ट ने महान त्रिकोणमितीय सर्वेक्षण के खंड को पूरा किया था जो की दक्षिण से मेरिडियन चाप के साथ उत्तर में नेपाल तक फैला हुआ है। उन्होंने 2400 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में ग्रेट ट्रिगोनोमेट्रिक सर्वे आफ इंडिया को पूरा किया। सर जार्ज एवरेस्ट ने भारत में ब्रिटिश क्षेत्रों का सीमांकन और हिमालय की चोटियों की ऊंचाई का माप भी किया। उन्होंने के-2 और कंचनजंगा चोटियों को भी मापा।