लोक कलाकारों ने किया सूचना विभाग के ऑडिशन का विरोध
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। सूचना एवं लोक संपर्क विभाग द्वारा शासन की नीतियों का प्रचार-प्रसार करने के लिए गीत नाटक योजना के अंतर्गत सांस्कृतिक, नुक्कड़ नाटक एवं अन्य विधाओं में दलों को पंजीकृत किया जाता है। पंजीकरण की वैधता 3 वर्ष की होती है, जिसके तहत अप्रैल माह में सांस्कृतिक दलों के ऑडिशन सूचना विभाग द्वारा आयोजित करवाने की तिथि निर्धारित कर दी गई है। जिसका लोक कलाकारों ने विरोध किया। पौडी के कलाकारों ने हिमालय कलाकार कल्याण समिति के बैनर तले मुख्यमंत्री और महानिदेशक को जिलाधिकारी गढ़वाल विजय कुमार जोगदंडे के माध्यम से ज्ञापन भेजकर सूचना विभाग द्वारा कराए जाने वाले ऑडिशन को निरस्त करने की मांग की।
सांस्कृतिक दलों का कहना है की कोविड-19 के चलते साल भर से किसी भी प्रकार के कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जा रहे हैं, जिससे कलाकार आर्थिक रूप से कमजोर हो चुके हैं। सांस्कृतिक दलों के ऑडिशन सूचना विभाग द्वारा आयोजित करवाने की तिथि निर्धारित कर दी गई है, लेकिन इस समय ऑडिशन करवाया जाना न्यायोचित नहीं है। परम पर्वतीय रंगमंच के योगम्बर पोली ने कहा कि काम के अभाव में कलाकार पहले ही आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं, कलाकारों पर ये ऑडीशन आर्थिक बोझ बढ़ाएगा। गढ़ श्रेष्ठ लोक कला के नरेन्द्र धीमान ने कहा कि इस समय सरकार और विभाग को कलाकारों को पहले तो रोजगार से जोड़ना चाहिए नहीं तो बेरोजगार कलाकारों को देहरादून बुलाकर उनका मजाक तो नहीं बनाया जाना चाहिए। गढ़कला सांस्कृतिक संस्थान के भक्ति शाह घायल ने कहा कि सांस्कृतिक दल शासन की नीतियों का प्रचार करते है। सरकार का कार्यकाल पांच वर्षों का होता है, जबकि दलों के पंजीकरण की वैद्यता केवल तीन वर्ष है इसे बढ़ाकर दलों का कार्यकाल पांच वर्ष किया जाना चाहिए। मोनिका ड्रीम पायल क्लब के जगमोहन सिंह नेगी ने विभाग द्वारा कराए जाने वाले ऑडिशन को निरस्त करने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में गायत्री प्रताप, नवीन कुमार, भरत सिंह रावत, ललित, सुषमा रावत, मधु कुकशाल आदि शामिल थे। (फोटो संलग्न है)
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