मिनिस्ट्रियल कर्मियों ने किया प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं होने पर 13 अप्रैल से कलमबंद हड़ताल की चेतावनी
पिथौरागढ़। उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रियल सर्विसेज एसोसिएशन ने उत्तराखंड सरकार द्वारा हड़ताल पर रोक लगाने संबंधी जीओ की निंदा करते हुए प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने 21 सूत्रीय मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं होने की दशा में 13 अप्रैल से कलमबंद हड़ताल की चेतावनी दी। मंगलवार को विकास भवन कार्यालय में मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों ने जिला महामंत्री एमएल वर्मा के नेतृत्व में प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 21 सूत्रीय मांगों के समर्थन में उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रियल सर्विसेज एसोसिएशन चरणबद्ध तरीके से आंदोलन कर रही है। इस पर सरकार ने यह कर्मचारी विरोधी तुगलकी फरमान निकाला है। संगठन के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष विजेंद्र लुंठी ने कहा कि पूर्व में वित्त सचिव के साथ हुई बैठक के दौरान इन 21 सूत्रीय मांगों पर सहमति बन चुकी थी। इतना लंबा वक्त बीतने के बाद भी सरकार ने कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई, इसके चलते आज मिनिस्ट्रियल कार्मिकों को आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ रहा है। उन्होंने सभी मिनिस्ट्रियल कार्मिकों से निडर होकर अंदोलन में भाग करने का आह्वान किया।
ये रहे शामिल- सौरभ चंद, ललित बिष्ट, विक्रम रौतेला, कमलेश जोशी, कुंदन बिष्ट, संजय पंत, केएस बंगारी, विमल पाण्डेय, ज्योति कुमार, रोहित उप्रेती, प्रह्लाद सिंह, शैलेश पंत, कवींद्र वल्दिया, देवराज कन्याल, स्तुति कुंवर, लक्ष्मण मुनौला, राजेंद्र राणा, वंदना भट्ट, राजकुमार भंडारी।