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बंगाल दौरे पर मोहन भागवत, ममता बनर्जी पुलिस से बोलीं- दंगा ना होने पाए

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कोलकाता, एजेंसी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत के पश्चिम बंगाल दौरे से पहले ममता बनर्जी ने पुलिस को निर्देश देते हुए बयान दिया कि पुलिस यह सुनिश्चित करे कि इस दौरान कोई दंगा न हो। ममता ने पुलिस को कहा कि उन्हें सुरक्षा दें और प्रशासन की ओर से उन्हें मिठाई और फल भिजवाएं। उन्हें महसूस होना चाहिए कि हम अपने मेहमानों का स्वागत करते हैं।
दरअसल, संघ प्रमुख मोहन भागवत 17 मई से 20 मई तक पश्चिम बंगाल के केशियारी में रहेंगे। इसे लेकर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को केशियारी थाने के प्रभारी अधिकारी से कहा कि उन्हें सुरक्षा दें और सुनिश्चित करें कि कोई दंगा न हो। प्रशासन की ओर से मिठाई और फल भिजवाएं। ममता ने यह सब तब कहा जब वे पश्चिमी मिदनापुर जिले में प्रशासनिक बैठक कर रही थीं़ इसमें राज्य के वरिष्ठ नौकरशाह, जिले के शीर्ष अधिकारी, स्थानीय विधायक और पुलिस शामिल थे।
इस दौरान ममता ने कहा कि स्थानीय विधायक को भी नजर रखनी चाहिए। बता दें कि संघ प्रमुख मोहन भागवत का चार दिनों के लिए पश्चिम बंगाल के केशियारी में शिविर लगाने का कार्यक्रम है, जहां वे आरएसएस के प्रशिक्षण शिविर में भाग लेंगे। शिविर तीन सप्ताह तक चलेगा। राजनीतिक एक्सपर्ट्स का मानना है कि हाल के वर्षों में आरएसएस की गतिविधियों और कार्यों ने भाजपा को बंगाल में लोकप्रियता हासिल करने में मदद की है।
ममता बनर्जी के दंगे वाले बयान पर पश्चिम बंगाल में आरएसएस के नेताओं ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया लेकिन भाजपा ने बनर्जी पर जरूर निशाना साधा है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि इस तरह के बयान देने के लिए मुख्यमंत्री के लिए ठीक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में तब भी दंगे हो रहे हैं जब भागवत यहां नहीं रहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस और उनकी पार्टी के कार्यकर्ता लोगों की हत्या और बलात्कार कर रहे हैं। वह उनसे निपट नहीं सकती।
बता दें कि इस साल फरवरी में भी संघ प्रमुख मोहन भागवत ने उत्तरी बंगाल के नक्सलबाड़ी में चार दिवसीय बैठक की थी। आरएसएस ने पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग, कलिम्पोंग हिल्स और पड़ोसी सिक्किम में इकाइयां स्थापित करने की योजना बनाई है। आरएसएस की बंगाल में लगभग 1,800 शाखाएं हैं और उनमें से लगभग 450 राज्य के उत्तरी जिलों में हैं।

 

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