रावण ने किया माता सीता का हरण
दुगड्डा में आयोजित रामलीला का नौवां दिन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: दुगड्डा में आयोजित रामलीला के नौवें दिन सीता हरण का मंचन किया गया। इस दौरान रामलीला देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। पूरा पंडाल जय श्री राम के जयघोष से गूंज उठा।
रामलीला मंचन का शुभारंभ सामाजिक कार्यकर्ता कपिल कुमार ने दीप प्रज्जवलित कर किया। मंचन के दौरान सोने का मृग देखकर सीता उस पर मंत्रमुग्ध हो जाती है तथा प्रभु श्रीराम से उस मृग को लाने की प्रार्थना करती है। इस बीच मायावी मृग भगवान को जंगलों में दूर ले जाकर श्रीराम की आवाज में लक्ष्मण को आवाज लगा देता है। जिसके बाद किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए माता सीता लक्ष्मण को प्रभु श्रीराम की सहायता के लिए भेजती है। लेकिन इससे पूर्व लक्ष्मण कुटिया के बाहर एक रेखा खींचकर उससे बाहर नहीं निकलने का अनुरोध करके चले जाते है। वहीं रावण संत का रुप धारण कर भीक्षा के बहाने माता सीता को उस सीमा रेखा से बाहर बुला लेता है तथा हरण कर हवा मार्ग से लंका को चल देता है। रामलीला में रावण जटायु युद्ध तक का मंचन किया गया। इस मौके पर बबली बिष्ट, नरेंद्र शहनाई, प्रदीप बड़ोला आदि मौजूद रहे।