मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर हुई गोष्ठी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर वर्तमान परिस्थिति में हमारा मानसिक स्वास्थ्य पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
रविवार को योगेश पांथरी के निजी निवास स्वमन गु्रप की ओर से गोष्ठी का आयोजन किया गया। मानसिक असहजता से उभर कर आये प्रफुल चौधरी ने अपनी मानसिक पीड़ा के 25 वर्षों का अनुभव साझा करते हुए कहा कि आज विश्व का प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी रूप से मानसिक रूप से असहज है। विचार गोष्ठी में कोटद्वार प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष राज गौरव नौटियाल ने कहा कि समाज की सामूहिक भागीदारी से मानसिक रूप से असहज लोगों को मुख्य धारा से जोड़ा जा सकता है। पूर्व प्रधानाचार्य वाचस्पति बहुखण्डी ने कहा कि व्यक्ति अगर इस समस्या से अवगत तो वह अपने थोडे़ से प्रयासों से ही किसी पीड़ित व्यक्ति को मानसिक असहजता से बाहर लाने में मदद कर सकता है। गोष्ठी में कैलीफोर्निया से ऑनलाइन प्रतिभाग करते हुए सुशील चौधरी नले कहा कि मानसिक असहजता एक विश्वव्यापी समस्या बन चुकी है। और इसके निदान के लिये सबको मिलकर काम करना चाहिये। अरूण पांथरी ने स्वमन के उद्देश्यों को बताते हुए कहा कि डॉक्टरी सहायता के साथ-साथ अन्य छोटे-छोटे उपाय जैसे म्यूजिक थेरेपी, कलर थेरेपी,नेचर से जुड़ाव के द्वारा भी मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर किया जा सकता है। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार एवं संपादक सुभाष नौटियाल ने किया। इस मौके पर योगेश चौधरी, श्रीमती विमला देवी चौधरी, कमल बिष्ट, अभितोष जोशी उपस्थित थे।