शहरी स्वरोजगार योजना के तहत 23.50 लाख का लोन पास
बागेश्वर। कपकोट नगर पंचायत में शहरी स्वरोजगार योजना के टास्क समिति की बैठक हुई। जिसमें रोजगार के लिए प्राप्त आवेदनों पर विचार कर उन्हें स्वीकृति प्रदान की गई। समिति ने प्राप्त 13 आवेदनों को मंजूर करते हुए 23 लाख 50 हजार के ऋण की स्वीकृति दी। जिसमें कोरोना संक्रमण के चलते घर लौटे छह प्रवासी भी शामिल हैं। अधिशासी अधिकारी राजदेव जायसी की अध्यक्षता में हुई बैठक में शहरी रोजगार योजना के लिए प्राप्त आवेदनों की गहनता से जांच की गई। इस योजना के तहत अधिकतम दो लाख रुपये तक के ऋण का प्रावधान है। समिति ने सभी आवेदनों की जांच के बाद साढ़े 23 लाख के लोन को मंजूरी दी। बैठक में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना को लागू करने पर भी चर्चा हुई। ईओ ने बताया कि इस योजना के तहत फड़ और खोखे वालों को 10 हजार रुपये तक का लोन देने का प्रावधान है। बताया कि योजना की शुरूआत कर दी गई है। जिसके तहत फड़ व्यापारियों के आई कार्ड और प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि योजना का उद्देश्य वेंडर को डिजिटल इंडिया से जोड़ना भी है। जिसके लिए भी समिति ने मंथन किया। उन्होंने इच्छुक फड़-खोखा व्यवासइयों से नगर पंचायत में संपर्क कर अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए योजना का लाभ लेने को कहा। उन्होंने मौजूद लोगों से योजना का व्यापक प्रचार प्रसार करने को भी कहा। ताकि पात्र लोगों तक इसका लाभ पहुंच सके। बैठक में सिटी मिशन मैनेजर उर्मिला बिष्ट, प्रबंधन एसबीआई सुमन कुमार, ग्रामीण बैंक आईएस मटियानी, गंगा राम, प्रकाश तिरुवा, ललित प्रसाद, लीड बैंक संजीव कुमार, पंकज तिवारी, प्रकाश तिरुवा आदि मौजूद रहे।
छह प्रवासियों को भी मिला लाभ
बागेश्वर। शहरी रोजगार योजना के तहत छह प्रवासियों ने भी आवेदन किया था। ईओ जायसी ने योजना का लाभ लेने के लिए पंजाब और हरियाणा से लौटे दो-दो और चेन्नई व जबलपुर से लौटे एक-एक प्रवासी ने भी आवेदन किया था। लोन स्वीकृत होने के बाद उनके भी स्वरोजगार का रास्ता साफ हो गया है।