कोटद्वार-पौड़ी

पुलिस चला रही अभियान, निगम कर रहा अनदेखी

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गोखले मार्ग खाली करवाने के लिए नगर निगम दिखा रहा लापरवाही
पुलिस के लाख प्रयासों के बाद भी खाली नहीं हो पा रहा गोखले मार्ग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: पुलिस शहर में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए लाख प्रयास कर रही हो। लेकिन, नगर निगम का असहयोग पूर्ण रवैया पुलिस के इस अभियान पर भारी पड़ रहा है। दरअसल, नगर निगम की ओर से अब तक शहर में घूमने वाली रेहड़ी-ठेलियों का पंजीकरण नहीं करवाया गया है। ऐसे में सड़कों पर लगातार अवैध रेहड़ी-ठेलियों की तादाद बढ़ती जा रही है। जिसका सबसे बड़ा असर शहर की यातायात व्यवस्था पर पड़ रहा है।
राष्ट्रीय फेरी नीति के तहत शहर में रेहड़ी-ठेली व फड़ लगाने के लिए नगर निगम में सत्यापन करवाना आवश्यक है। इसके बाद ही नगर निगम की ओर से एक वर्ष के लिए लाइसेंस जारी किया जाता है। लाइसेंस की अवधि समाप्त होने के बाद इसे रिन्यू किया जाता है। आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2020-21 में शहर में 1160 रेहड़ी-ठेली व फड़ पंजीकृत थे। वर्ष 2021-22 में यह आंकड़ा घटकर 360 पर पहुंच गया। बात 2022-23 की करें तो अभी तक नगर निगम की ओर से लाइसेंस जारी करने की कवायद ही शुरू नहीं की गई है। नतीजा, शहर में बिना सत्यापन ही रेहड़ी-ठेली व फड़ लग रही हैं। जगह-जगह घूम रही रेहड़ी-ठेली व फड़ यातायात व्यवस्था पर भारी पड़ रहे हैं। गोखले मार्ग को खाली करवाने के लिए पुलिस कई बार रेहड़ी-ठेलियों के खिलाफ अभियान भी चला चुकी है। बावजूद इसके व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही। जबकि, पुलिस कई बार रेहड़ी-ठेली वालों को सख्त चेतावनी भी दे चुकी है।

बिगड़ रही यातायात व्यवस्था
शहर में रेहड़ी ठेलियों के लिए कोई बेहतर व्यवस्था नहीं होने के कारण शहर की यातायात व्यवस्था बेपटरी होती जा रही है। जगह-जगह घूम रही रेहड़ी ठेलियों के कारण सड़कों पर पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। बावजूद इसके नगर निगम समस्या को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा। जबकि, व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए नगर निगम व पुलिस अधिकारी कई बार बैठकें भी कर चुके हैं।

कानून व्यवस्था पर भी सवाल
शहर में लगातार बढ़ रही रेहड़ी-ठेली व फड़ की तादाद शहर में कानून व्यवस्था के लिए भी खतरा बनी हुई है। सैकड़ों की तादाद में घूमने वाले इन रेहड़ी-ठेली व फड संचालकों के बारे में पुलिस व निगम के पास कोई जानकारी नहीं है। ऐसे में यदि कोई रेहड़ी-ठेली या फड़ संचालक आपराधिक घटना को अंजाम देता है तो पुलिस के हाथ खाली ही रहेंगे।
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पंजीकरण के लिए नगर निगम के पास सैकड़ों आवेदन पहुंचे हैं। ऐसे में पंजीकरण अभियान बंद किया गया है। शहर में रेहड़ी-ठेली व फड़ के लिए योजनाएं भी तैयार की जा रही हैं। ….किशन सिंह नेगी, नगर आयुक्त, कोटद्वार

शहर में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। गोखले मार्ग पहाड़ से आने वाले वाहनों के लिए वन-वे बनाया गया है। ऐसे में मार्ग पर अतिक्रमण न हो इसके लिए पुलिस अभियान चलाती रहती है। लेकिन, नगर निगम की ओर से सहयोग न मिल पाने के कारण अभियान कारगर नहीं हो रहा। ...मनीषा जोशी, अपर पुलिस अधीक्षक, कोटद्वार

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