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सासाराम हिंसा और धमाके के बाद ऐसे हैं हालात, अब तक 32 उपद्रवी गिरफ्तार; स्टेशन पर फोर्स तैनात

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सासाराम (रोहतास)। बिहार के सासाराम में हुई हिंसा के तीसरे दिन भी शहर में तनाव का माहौल और फोर्स की तैनाती रही। हालांकि अधिकांश इलाकों में जनजीवन सामान्य रहा। वहीं, शनिवार को हुए बम धमाके में करीब आधा दर्जन लोग घायल हुए थे। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
इसी बीच शहर में जगह-जगह पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई। रेलवे स्टेशन पर भी सुरक्षा इंतजाम को कड़ा कर दिया गया है। सासाराम में हिंसा की वजह से ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अपना कार्यक्रम टालना पड़ा था।
हालांकि, शाह ने रविवार को नवादा में जनसभा को संबोधित कर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सासाराम नहीं आने को लेकर वहां की जनता से माफी मांगते हुए कहा कि बिहार में नीतीश कुमार शांति नहीं ला सकते हैं। बहरहाल, हिंसा पर हो रही राजनीति के बीच आइए जानते हैं कि जमीनी हालात कैसे हैं? स्थानीय नगर थाना क्षेत्र के शेरगंज मोहल्ले में शनिवार रात हुए बम धमाके में लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे। सभी घायलों को सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी रेफर कर दिया गया। घायलों के नाम पता अभी तक नहीं मिल पाया है। घटना के बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है तथा मौके से एक स्कूटी बरामद की है।
एसपी विनीत कुमार ने बताया कि देर रात उक्त मोहल्ले के एक झोपड़ीनुमा मकान में बम विस्फोट होने की सूचना पर उनके व डीएम धर्मेंद्र कुमार द्वारा संयुक्त रूप से मौके पर पहुंच जांच पड़ताल की गई। मामले के वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए पटना से फारेंसिक टीम बुलाई गई है, जो अलग-अलग बिंदुओं पर जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा किसी धार्मिकस्थल पर बम फेंके जाने की अफवाह उड़ाई जा रही है, जो कि सरासर गलत है। प्रथमदृष्टया विस्फोटक हैंडलिंग का मामला प्रतीत होता है। घटनास्थल पर जूते व खून के धब्बे देखे गए हैं जिनकी वैज्ञानिक जांच कराई जा रही है। एफएसएल की दो टीम जांच का काम कर रही हैं।
इसमें एक टीम एक्सप्लोसिव की जांच करेगी तथा दूसरी टीम बायोलाजिकल सैंपल के माध्यम से जांच करेगी। जितने भी संवेदनशील स्थान हैं, वहां पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। डीएम धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि किसी प्रकार की सूचना प्राप्त होने पर उनके द्वारा खुद इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। विस्फोट की जानकारी मिलते ही तत्काल सभी घायलों को पुलिस की निगरानी में सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। चिकित्सकों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए वाराणसी स्थित ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। डीएम ने अफवाहों को बढ़ावा ना देने व पुलिस प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है।
शहर के कुछ हिस्सों में दो दिन पूर्व से उपजे विवाद और तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। शनिवार रात से शहर केंद्रीय सुरक्षा बल के रैपिड एक्शन फोर्स की भी एक-एक कंपनी बुलाई गई है। इसके अलावा लगभग 1500 से अधिक पुलिस कर्मी शहर की सुरक्षा में तैनात हैं। एसपी विनीत कुमार ने बताया कि मामले में रविवार तक दोनों पक्षों के 32 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य की गिरफ्तारी के लिए भी लगातार छापेमारी की जा रही है। एसपी ने बताया कि तीन जिले कैमूर, औरंगाबाद और भोजपुर जिले की पुलिस, एसएसबी के जवान समेत पर्याप्त संख्या में जिला पुलिस बल को लगाया गया है। जो हर पल पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। डीएम व एसपी द्वारा लगातार रात में भी गश्त लगाकर हालात का जायजा ले रहे हैं। डीएम धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि किसी प्रकार के अफवाह की सूचना प्राप्त होने पर उनके द्वारा खुद इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। गिरफ्तार लोगों के मोबाइल फोन जब्त, संदिग्ध वाट्सएप ग्रुप होने का पता चला गिरफ्तार कुछ लोगों के मोबाइल फोन को भी जब्त किया गया है। जिसमें कुछ संदिग्ध वाट्सएप ग्रुप बने होने का पता चला है।
उस ग्रुप के माध्यम से भी हिंसा भड़काने के लिए सूचनाओं का आदान प्रदान किए जाने का साक्ष्य मिला है। पुलिस द्वारा लगातार हर बिंदुओं पर गहनता से जांच की जा रही है।
लगभग डेढ़ हजार पुलिसकर्मी शहर में गश्त लगा रहे हैं। डीएम ने अफवाहों को बढ़ावा ना देने व पुलिस प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है। रामनवमी जुलूस के बाद दो पक्षों के बीच उपजे विवाद के बाद हुए उपद्रव के बाद तीसरे दिन रविवार को भी प्रभावित इलाकों में दुकानें बंद रहीं। इससे व्यवसायियों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। प्रभावित इलाके नवरतनबाजार, गोलाबाजार, जानी बाजार, चौक बाजार, सराय रोड, चौखंडी, मंडई में स्थित बाजारों की दुकानें बंद रहीं। इन इलाकों में लगातार पुलिस निगरानी कर रही है। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी जगह-जगह धूम कर लोगों को सुरक्षा का भरोसा भी दिलाती रही।
शनिवार रात को एक मकान में अचानक हुए विस्फोट के बाद कुछ देर के लिए तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। जिसे प्रशासन की सक्रियता से नियंत्रित कर लिया गया। सामान्य दिनों की तरह शहर के धर्मशाला रोड, पुरानी जीटी रोड, रौजा रोड, गौरक्षणी समेत अन्य इलाकों में स्थित दुकानें खुली रहीं। शहर के उपद्रव ग्रस्त इलाकों को छोड़ अधिकांश इलाकों में जनजीवन सामान्य रहा।
डीएम धर्मेंद्र कुमार के अनुसार सभी संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल और मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त कर दिए गए हैं। उपद्रवी व असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखी जा रही है। शहर में हुए उपद्रव के बाद पलायन की उड़ रहे अफवाहों के बाद एसपी विनीत कुमार ने एक वीडियो जारी कर इसे गलत बताया है।
एसपी ने कहा कि कहीं से भी किसी के पलायन की सूचना नहीं है। सभी से इस पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। एसपी ने कहा कि शहर में स्थिति बिल्कुल सामान्य है। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। पुलिस बल लगातार गश्त लगा रहे हैं। उनके व डीएम धर्मेंद्र कुमार के द्वारा शांति समिति की बैठक कर लोगों से सहयोग की अपील की गई है। सभी ने इस पर सहमति जताई है। एसपी ने कहा कि दो दिनों से शहर में उपजे तनाव के बाद से लगातार तरह- तरह की अफवाहें इंटरनेट मीडिया के माध्यम से फैलाई जा रही हैं। बता दें कि रामनवमी जुलूस के बाद दो पक्षों में झड़प के बाद स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई थी। इसके बाद उपद्रव ने उग्र रूप धारण कर लिया था। दोनों समुदायों की दुकानों में आगजनी व तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। एसपी ने कहा कि उपद्रवी तत्वों की पहचान कर अधिक से अधिक गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा रही है। इंटरनेट मीडिया पर भी निगरानी रखी जा रही है। अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रामनवमी जुलूस के बाद शहर में उपजे तनाव को देखते हुए रेलवे स्टेशन की सुरक्षा को पुख्ता कर दिया गया है। पूर्व की घटनाओं से सबक लेते हुए सासाराम रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। फोर्स द्वारा लगातार रेल परिक्षेत्र में फ्लैग मार्च किया जा रहा है। रविवार को भी आरपीएफ व जीआरपी की संयुक्त टीम ने स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार से लेकर रेलवे ट्रैक तक फ्लैग मार्च कर स्थिति का जायजा लिया। आरपीएफ इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार रावत ने बताया कि तनाव को देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती विभाग की ओर से की गई है। तैनात सुरक्षा बलों द्वारा स्टेशन परिसर में फ्लैग मार्च कर संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल हर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। तकिया रेलवे क्रासिंग से लेकर धनपुरवा गुमटी तक भ्रमण कर स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की भी अपील की जा रही है।

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