उत्तराखंड

परिवहन विभाग ने किया 18 स्कूल वाहनों का चालान, एक बस सहित तीन वाहन सीज

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विकासनगर। विकासनगर में हुए स्कूल बस हादसे के बाद आखिरकार परिवहन विभाग की नींद टूटी है। परिवहन विभाग ने मानकों का उल्लंघन करने पर स्कूल बसों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की। टीम ने तकनीकि कमियों के चलते 18 स्कूल वाहनों का चालान काटा और एक बस सहित कुल तीन वाहनों को सीज किया गया है। परिवहन विभाग का कहना है कि नियमों का उल्लंघन करने वाले स्कूल वाहनों को लेकर लगातार अभियान जारी रहेगा। परिवहन विभाग की कार्रवाई के चलते स्कूल संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है। जानकारी के अनुसार 28 फरवरी की सुबह विकासनगर में स्कूली बस के पेड़ से टकराने पर दो छात्रों की मौत हो गई थी जबकि चालक भी घायल हुआ था। स्कूली बस में मानकों से अधिक छात्र-छात्राएं थे जिस पर परिवहन विभाग समेत अन्य विभागों पर स्कूली बसों पर कार्रवाई न करने को लेकर शिथिलता बरतने के आरोप लगे थे। घटना के तीन दिन के बाद परिवहन विभाग हरकत में आया है। परिवहन विभाग की टीम ने गुरुवार को स्कूल वाहनों को लेकर जीवनगढ़, लाइनजीवनगढ़, बारोटीवाला और विकासनगर के कई स्थानों पर चेकिंग अभियान चलाया। टीम ने वाहनों को रोककर जांच की। टीम ने वाहनों के दस्तावेजों की जांच के साथ साथ स्कूली वाहनों की तकनीकि जांच की। जांच के दौरान यह देखा गया कि चालकों और स्कूली प्रबंधन द्वारा सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है या नहीं। जांच में कई वाहनों में गाइडलाइन का पालन न किये जाने की बात सामने आई जिस पर टीम ने विभिन्न स्कूलों की आठ बड़ी बसों का चालान किया। वहीं, दस अन्य वाहनों में बस, स्कूल वैन आदि के चालान काटे गये। टीम ने एक बस और दो मैक्स कैब में बड़ी खामियां पाये जाने के बाद उन्हें सीज कर दिया। परिवहन विभाग की कार्रवाई से स्कूल संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है। परिवहन विभाग के एआरटीओ रावत सिंह कटारिया का कहना है कि लगातार कार्रवाई जारी रहेगी। कहा कि शुक्रवार को भी अन्य क्षेत्रों में स्कूल वाहनों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। कहा कि स्कूल वाहनों के खिलाफ जारी अभियान के दौरान अधिकांश वाहनों ने अपने वाहनों के दस्तावेज दुरुस्त किये थे। लेकिन इस बार दस्तावेजों की जांच के साथ साथ तकनीकि जांच की गयी है। जिसमें सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार वाहनों में तकनीकि सुविधाओं को जांचा गया है। इसके बाद वाहनों के खिलाफ चालानी और सीज करने की कार्रवाई की गयी।

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