त्रिवेन्द्र राज में बढ़ रहा आत्महत्या का आंकड़ा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश की त्रिवेद्र रावत सरकार युवाओं को रोजगार देने में नाकाम रही है। त्रिवेन्द्र राज में बेरोजगारी के चलते युवाओं की आत्महत्या के आंकड़े बढ़ते जा रहे है। ताजा मामला कोटद्वार का है जहां पूर्व विधायक राम प्रसाद नौटियाल के पोते ने बेरोजगारी के चलते मौत को गले लगा लिया।
गोविन्द नगर स्थित कार्यालय में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए बलराम सिंह नेगी रिटायर डीआईजी ने आरोप लगाते हुए कहा कि त्रिवेन्द्र सरकार की नीतियों के चलते बेरोजगारों की आत्महत्या का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसके लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री जिम्मेदार है। अधिवक्ता अरविन्द वर्मा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत भले ही प्रदेश भ्रमण पर जाकर घोषणाएं कर रहे है, लेकिन युवाओं की आत्महत्या और सड़कों पर रोजगार के लिए प्रदर्शन मुख्यमंत्री की झूठी घोषणाओं की पोल खोल रहे है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री झूठे आंकड़े बताकर जनता को गुमराह कर रहे है, लेकिन इन्हीं मुख्यमंत्री के कार्यकाल में प्रदेश पूरे देश में बेरोजगारी के मामले में पहले स्थान पर आ पहुंचा है। सीएमआई की रिपोर्ट इस बात को पुख्ता करती है। युवाओं का मौजूदा सरकार से भरोसा पूरी तरह से उठ चुका है। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार के नाम पर जिन योजनाओं की बात सरकार कर रही है उनका युवाओं को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। हर्षिता ने कहा कि कोरोना काल में भी कुछ युवा बेरोजगारी के चलते आत्महत्या कर चुके है, लेकिन मुख्यमंत्री की नींद तब भी नहीं टूटी। बैठक में राकेश अग्रवाल, वीरेन्द्र रावत, रचना रावत, नन्द किशोर जखमोला, जुगल किशोर, रजनी जखमोला, दीपक शर्मा, मनोज अग्रवाल, अजय भट्ट, आनन्दमणि भट्ट, संगीता नेगी, मनोज रावत, डॉ. अनिल मोहन, सुमित्रा भगवती, ऊषा मलिक, तोसिफ, अभिषेक सोंलकी, शरत श्रीवास्तव, मुनीष गुनियाल आदि उपस्थित रहे।