उर्दू शिक्षकों के रिक्त पदों पर विज्ञप्ति जारी की जाय
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। इन्तजामिया कमेटी ने प्रदेश सरकार से जनपद में मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों के प्राथमिक विद्यालयों में उर्दू शिक्षकों के रिक्त पड़े पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञप्ति जारी करने की मांग की है।
कमेटी के सचिव नफीस अहमद ने मुख्यमंत्री को प्रेषित ज्ञापन में कहा कि लगातार पांच से छ: वर्षों के सतत प्रयास के बाद वर्ष 2012 में मेजर जनरल (से.नि.) बीसीखण्डूड़ी के शासन में पूरे जिले में मात्र 13 उर्दू शिक्षकों की नियुक्त हुई थी। उसके पश्चात कांग्रेस शासनकाल में मुस्लिम शिक्षित युवकों को मात्र गुमराह किया गया। जनपद में विगत आठ वर्षों से रिक्त पड़े उर्दू शिक्षकों के पदों पर कोई नियुक्त नहीं हो पायी है, जिस कारण स्कूल उर्दू शिक्षक विहीन हो गये हैं और छात्रों को भी इस भाषा की तालीम नहीं मिल पा रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षित व्यक्ति की राष्ट्र की मुख्य धारा में स्वयं भी जुड़ता है और अन्य लोगों को भी जोड़ता है। जिससे कि राष्ट्र मजबूत हो, लेकिन मुस्लिम समुदाय को मात्र वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया गया है, शिक्षा एवं रोजगार के अवसरों से पूरी तरह वंचित किया गया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय की उन्नति के साथ राष्ट्र की मुख्यधारा में लाने हेतु इनको शिक्षा रोजगार की ओर ध्यान देने की अत्यन्त आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जनपद पौड़ी गढ़वाल के साथ-साथ समस्त उत्तराखण्ड के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के संबंध में सामान्य अध्यापकों की उर्दू अध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया के साथ ही विज्ञप्ति जारी कर प्रक्रिया शुरू की जाय।