वन और उद्यान विभाग मिलकर कार्य करें, परिणाम होगें बेहतर
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जिलाधिकारी ने कहा कि वन विभाग, उद्यान विभाग के साथ मिलकर कार्य करें तो ओर बेहतर परिणाम मिलेंगे। जिलाधिकारी ने उद्यान विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि जायका प्रोजेक्ट को फलदार पौध जैसे अखरोट, सेब, कीवी सहित अन्य पौधें उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
विकास भवन सभागार में बुधवार को जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल की अध्यक्षता में उत्तराखंड वन संसाधन प्रबंधन परियोजना प्रोजेक्ट की जिला परामर्शदात्री समीति की बैठक आयोजित हुई। जायका प्रोजेक्ट के सलाहकार ने जिलाधिकारी के सम्मुख जनपद के चिन्हित 229 वन पंचायतों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिस पर 362 स्वयं सहायता समूह कार्य कर रहे हैं। परियोजना सलाहकार जायका राजेंद्र बिष्ट ने कहा कि जायका परियोजना में स्वयं सहायता समूहों द्वारा क्षेत्र में बेहतर कार्य किये जा रहे हैं, लेकिन ऋण प्राप्त न होने के कारण समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। जिस पर जिलाधिकारी ने लीड बैंक अधिकारी को निर्देशित किया कि जल्द ही ऋण संबंधी समस्या का समाधान करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जायका परियोजना में मधुग्राम, मत्स्य व बागवानी को भी शामिल किया जाए। मधुग्राम में मधु बॉक्स पर राज्य सरकार 80 प्रतिशत अनुदान दे रही है, जिससे तहत कार्य कर रहे लोगों की आय में वृद्धि हो रही है। जायका प्रोजेक्ट के सलाहकार राजेंद्र बिष्ट ने बताया कि प्रोजेक्ट के तहत जनपद के वन क्षेत्र में पौध रोपण, वन पंचायतों में सुरक्षा दिवारें, वाटर टैंक भी बनाये जा रहे हैं। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, डीएफओ पौड़ी सोहन लाल, डीएफओ लैंसडौन अमरेश चंद्र सिंह, रामनगर के उमेश चंद्र तिवारी, पीडी संजीव कुमार रॉय, मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार, लीड़ बैंक अधिकारी अनिल कटारिया सहित राजेंद्र कौश्यारी, शैलेश रावत, विमल पांडे अन्य उपस्थित थे।