एसडीओ के मौके पर पहुंचने पर उठाए ग्रामीणों ने शव
नई टिहरी। अलमस में झूलती 11 केवी विद्युत लाइन की चपेट में आने से नाती व दादा की मौत के मामले के लिए ग्रामीणों ने ऊर्जा निगम को जिम्मेदार ठहराते हुए रोष जताया। ऊर्जा निगम के अधिकारी रात तक मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृतकों के स्वजन को ढांढस बंधाया। कहा कि कुल चार-चार लाख मृतकों के स्वजन को दिए जाएंगे, जिसमें से सोमवार को स्वजन को एक-एक लाख की तत्काल आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया। परिवार के दो व्यक्तियों को ऊर्जा निगम में संविदा पर नौकरी दी जाएगी। इसके बाद रात दस बजे शवों को पोस्टमार्टम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थत्यूड़ भेजा गया। बीती शुक्रवार शाम करीब छह बजे जौनपुर के अलमस गांव में खेत में काम करने के बाद घर लौट रहे गिरीश (22)और उसके दादा कुंवर सिंह (62) झूलती 11 केवी विद्युत लाइन की चपेट में आ गए थे। इससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी। ग्रामीणों व स्वजन ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों के मौके पर आने के बाद ही शव उठाने की बात कही थी। एसडीओ व अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंचे। एसडीओ ने कहा कि मृतकों के श्वजन को सोमवार को तत्काल एक-एक लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगा और परिवार के दो सदस्यों को संविदा पर नौकरी में रखा जाएगा, जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी थत्यूड़ भिजवाया गया। शनिवार को दोनों शवों का अंतिम संस्कार किया गया। ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता राकेश कुमार का कहना है कि मृतकों के स्वजन को सोमवार को तत्काल सहायता के रूप में एक-एक लाख रुपये के चेक दिए जाएंगे। तीन-तीन लाख रुपये बाद में दिए जाएंगे। साथ ही परिवार के दो सदस्यों को ऊर्जा निगम में संविदा पर नौकरी दी जाएगी।