बहुगुणानगर में भू-धंसाव से प्रभावित इलाकों का दौरा किया
चमोली। नगर पालिका के बहुगुणानगर में करीब दस माह पूर्व हुए भू-धंसाव के चलते 28 घरों में दरारें आई हैं। यहां करीब छह से अधिक परिवारों ने अपने घर छोड़ दिए हैं। जबकि प्रशासन ने बुधवार को निरीक्षण करते हुए आठ के करीब घर रहने लायक नहीं बताए हैं। ऐसे में लोग जोशीमठ की तर्ज पर बहुगुणानगर का ट्रीटमेंट और विस्थापन की मांग कर रहे हैं। बुधवार को तहसीलदार सुरेंद्र सिंह देव और अन्य कर्मियों की टीम ने बहुगुणानगर में भू-धंसाव से प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इस दौरान स्थानीय बीपी सती, कमला रतूड़ी, डीएस बिष्ट सहित अन्य ने कहा कि यहां लगातार भू-धंसाव बढ़ रहा है। हालात यह है कि घरों में रहना मुश्किल हो गया है। लेकिन संसाधनों के अभाव में लोग अपने घरों को छोड़ नहीं पा रहे हैं। लोगों ने बताया कि यहां आईआईटी की टीम ने सर्वे जरूर किया। लेकिन न तो बस्ती में भू-धंसाव का ट्रीटमेंट ही हो पाया है और न ही प्रभावितों के विस्थापन की कोई प्रक्रिया हो पाई। इधर, सुरेंद्र सिंह देव ने बताया कि यहां आठ घर रहने लायक नहीं हैं। जिनमें से कुछ ने घर पूर्व में खाली कर दिए हैं। जबकि अन्य को नगर पालिका के रैन बसेरे में शिफ्ट किया जाएगा। शासन से निर्देश पर यहां सुरक्षा के काम सिंचाई विभाग को दिए गए हैं। विभाग द्वारा यहां आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिकों ने दो बार सर्वे किया है। सर्वे रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।