45 किमी. दूर से बीमार वृद्ध का आया फोन, पहुंची थलीसैंण पुलिस, कराया उपचार, फिर घर छोड़ा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोरोना की दूसरी लहर पौड़ी गढ़वाल में तेजी से फैल रही है। लोगों में कोरोना का भय इतना है कि वह अपने पड़ोसी की मदद करने को तैयार नहीं है। ऐसे में पौड़ी पुलिस हर जरूरतमंद की मदद करने पहुंच रही है। शुक्रवार को 45 किलोमीटर दूर से एक बीमार वृद्ध का मदद के लिए फोन थलीसैंण पुलिस के पास आया। पुलिस ने मानवता का फर्ज निभाते हुए बीमार वृद्ध के गांव पहुंचकर स्वास्थ्य केंद्र बीरोंखाल में उपचार कराने के बाद वृद्ध को वापस घर छोड़ा। पुलिस की कार्यप्रणाली की क्षेत्र के लोग सराहना कर रहे है। किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की सहायता या जानकारी की आवश्यकता हो तो 112 पर कॉल करें।
पौड़ी गढ़वाल की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी रेणुका देवी ने समस्त थाना प्रभारियों को को अपने-अपने थाना क्षेत्र में जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए निर्देश दिये है। पुलिस कर्मी असहाय गरीब और बुजुर्गों की मदद कर रहे है। थानाध्यक्ष थलीसैंण रविंद्र सिंह ने बताया कि ग्राम मासौं निवासी रामप्रसाद ढौंडियाल ने उन्हें फोन कर बताया कि वह पीएसी से सेवानिवृत्त हूं और घर पर अकेला रहता हूं। वर्तमान में मेरा स्वास्थ्य खराब चल रहा है और अस्पताल जाने में असमर्थ हूं। बुर्जुग ने पुलिस ने उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराने का आग्रह किया। सूचना पर थाना थलीसैण में नियुक्त उपनिरीक्षक बबलू चौहान पुलिस टीम के साथ थलीसैंण से 45 किलोमीटर दूर रामप्रसाद ढौंडियाल के गांव मासौं पहुंचे। वह सरकारी वाहन से बुजुर्ग को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए राजकीय चिकित्सालय बीरोंखाल लेकर गये। जहां डॉक्टरों ने बुर्जग की जांच कर उन्हें दवाई दी। साथ ही सेनेटाइजर और मास्क दिया। इसके बाद पुलिस ने सरकारी वाहन से बुजुर्ग को भेजा। रामप्रसाद ढौंडियाल ने पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि भविष्य में इसी प्रकार जरूरतमंद लोगों की मदद करते रहे। बुर्जग ने पुलिस की इस सेवा के लिए उनका आभार जताया। उपनिरीक्षक बबलू चौहान ने बताया कि बुजुर्ग की सेवा कर बहुत खुशी हो रही है। सभी को जरूरतमंद की मदद करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि बुजुर्ग के बेटे दिल्ली में नौकरी करते है और वह गांव में अकेले रहते है। कोरोना काल के समय में किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति को दवा या राशन की आवश्यकता हो तो वह पुलिस से संपर्क कर सकते है।