आग बुझाने में शहीद वनकर्मियों के परिजनों को मिलेंगे 4-4 लाख, वन मंत्री ने जताया शोक
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। प्रदेश के वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने वन कर्मियों की आकस्मिक मृत्यु पर दु:खु व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार की ओर से दोनों वन कर्मियों के परिजनों की हर संभव मदद की जाएगी। उनके परिजनों को आर्थिक सहायता के उपरान्त नौकरी भी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि बीती बुधवार देर सांय को हमने अपने दो वन कर्मियों को एक दुर्घटना में खो दिया है, जो कि जंगल में आग बुझाने गये थे। चीफ गढ़वाल व प्रमुख वन सचिव से फोन पर कहा गया कि उनको आपदा प्रबन्धन के तहत चार-चार लाख रूपये की धनराशि मृतकों के परिजनों को सहायता दी जाय, मृतक के परिजनों को नौकरी दिलवाइ जाएगी। आपदा प्रबन्धन के तहत जो भी सहायता बनती है वह मृतको के परिजनों को तत्काल दी जाय। गुरूवार सांय को वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने गाड़ीघाट में पोस्टमार्टम हाऊस में मृतकों के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने मृतकों के पिरजनों को हर सम्भव मदद का आश्वासन दिया।
बता दें कि गत बुधवार को विकासखंड पोखड़ा के अन्तर्गत श्रीकोट-ल्वीठा कम्पार्टमेंट में आरक्षित वन में आग लगी हुई थी। आग बुझाने गये एक वन कर्मी की चट्टान से गिरकर मौत हो गई थी, जबकि दूसरा वन कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया था। घायल वन कर्मी की सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नौगांवखाल ले जाते समय मौत हो गई थी। गुरूवार को राजस्व विभाग की टीम ने मृतकों के शव का पंचायतनामा भरकर तथा पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों के सुपर्द कर दिये। वहीं पोखड़ा क्षेत्र के वर्तमान एवं पूर्व जनप्रतिनिधियों ने वन रक्षक हरिमोहन सिंह रावत व वन दरोगा दिनेश लाल के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धाजंलि दी। शोक व्यक्त करने वालों में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष पुष्कर जोशी, पूर्व ब्लॉक प्रमुख रामेश्वरी जोशी, पूर्व प्रमुख सुरेन्द्र रावत, समाजसेवी ओमप्रकाश, पूर्व प्रधान देवी प्रसाद जोशी आदि शामिल थे।