बाघ की आमद की सूचना पर मेयर ने किया क्षेत्र का निरीक्षण
ऋषिकेश। सोमेश्वर नगर क्षेत्र में बाघ की आमद की सूचना पर महापौर अनिता ममगाई ने क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान वन विभाग के रेंजर व अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। उत्तराखंड में जंगली जानवर लोगों के लिए दहशत का सबब बने हुए हैं। इस मामले में तीर्थ नगरी ऋषिकेश भी अपवाद नही रही है। रायवाला सहित रिहायशी क्षेत्रों में बाघ की आमद पिछले कुछ वर्षों से क्षेत्रवासियों को दहशतजदा करती रही है। सोमेश्वर नगर क्षेत्र में एक बार फिर से बाघ ने दस्तक दी है। पिछले एक पखवाड़े से क्षेत्र में अनेक बार बाघ के पदचिह्न देखे गये हैं। इस क्षेत्र में बाघ की दहशत ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। बाघ के डर से बच्चों ने जहां सांझ होते ही खेलना छोड़ दिया है, वहीं इसका खौफ महिलाओं पर भी बना हुआ दिख रहा है। बाघ की आमद से घबराए क्षेत्र वासियों द्वारा नगर निगम महापौर से बाघ के आतंक को समाप्त करने के लिए इंतजाम करने की गुहार के बाद मंगलवार की दोपहर नगर निगम महापौर अनीता ममगाई ने वन विभाग के रेंजर के साथ क्षेत्र का दौरा किया और अनेक लोगों से बाघ के सन्दर्भ में आवश्यक जानकारियां जुटाई।
इस दौरान महापौर ने वन विभाग महेंद्र रावत से कहा कि निगम क्षेत्र अंतर्गत रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जंगली जानवरों से सुरक्षा की जिम्मेदारी वन विभाग की है। इससे पहले कि कोई बड़ी घटना हो उससे पूर्व तमाम इंतजाम वन विभाग को पूर्ण कर लेने चाहिए। उन्होंने बाघ की आमद को रोकने के लिए तारबाड़ लगाने के लिए रेंजर को आदेशित भी किया। इस दौरान सहायक नगर आयुक्त विनोद लाल, राधा रमोला, कमलेश जैन, विजय बडोनी, विजेंद्र मोघा, अनीता रैना, प्यारे लाल जुगलान, गोविंद चौहान, मीना रावत, मुरारी सिंह राणा, अनीता रावत आदि मोजूद रहे।