नागरिक मंच ने दी रेल रोकने की चेतावनी
शहर की विभिन्न समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पूर्व में आश्वासन के बाद भी शहर की समस्याओं का निराकरण नहीं होने पर नागरिक मंच ने रोष व्यक्त किया है। कहा कि राज्य गठन के बाद भी गढ़वाल का प्रवेश द्वार कोटद्वार मूलभूत सुविधाओं को तरस रहा है। विकास के नाम पर केवल जनता को गुमराह करने का कार्य किया जा रहा है। निर्णय लिया गया है कि यदि 15 दिन के भीतर समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो नागरिक मंच रेल रोको आंदोलन चलाएगा।
शनिवार को मंच के सदस्यों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजा। कहा कि राज्य गठन के 22 वर्ष बाद भी कोटद्वार शहर विकास को तरस रहा है। आश्वासन के बाद भी शासन-प्रशासन शहर की समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहा हैं। कहा कि कोटद्वार-कालागढ़, रामनगर बस सेवा बंद कर दी गई है, जिससे क्षेत्रवासियों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आश्वासन के बाद भी कोटद्वार-चिलरखाल-लालढांग हरिद्वार मार्ग का निर्माण नहीं हो पाया है। सरकार न्यायालय में मजबूत पैरवी भी नहीं कर पा रही है। ऐसे में कैसे शहर का विकास होगा यह बड़ा सवाल है। इस दौरान सदस्यों ने कोटद्वार रेलवे स्टेशन से हावड़ा व दिल्ली के लिए मसूरी एक्सप्रेस के संचालन, कोटद्वार में मेडिकल कालेज निर्माण, आबादी क्षेत्र में संचालित हो रहे ट्रैचिंग ग्राउंड को अन्यत्र शिफ्ट करने की मांग उठाई। कहा कि यदि 15 दिन के भीतर समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो नागरिक मंच जनता के साथ मिलकर आंदोलन चलाएगा। इस मौके पर मंच के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश नैथानी, सचिव अतुल भट्ट, हर्षवर्धन ध्यानी, दिनेश जुयाल, राजेंद्र प्रसाद आदि मौजूद रहे।