हंगामेदार रही बोर्ड बैठक, समस्याओं पर भड़के पार्षद
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : नगर निगम की बोर्ड बैठक काफी हंगामेदार रही। पूर्व में हुई बोर्ड बैठकों में उठाए गए मुद्दों का निराकरण नहीं होने सहित अन्य समस्याओं को लेकर पार्षदों ने रोष व्यक्त किया। वहीं, सफाई कर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ न होने पर भी पार्षद भड़क उठे। कहा कि नगर निगम केवल बोर्ड बैठकों में खानापूर्ति कर रहा है।
गुरुवार को महापौर हेमलता नेगी की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक आयोजित की गई। बैठक में सबसे पहले सफाई व्यवस्था को लेकर चर्चा हुई। पार्षदों ने वार्डों में हो रही सफाई को लेकर संतुष्टि जताई। लेकिन, निगम में सफाई कर्मियों की नियुक्ति नहीं होने पर रोष व्यक्त किया। कहा कि नगर निगम पिछले पांच वर्षों से पर्याप्त सफाई कर्मियों की नियुक्ति भी नहीं कर पाया है। क्षेत्र के हिसाब से नगर निगम में सफाई कर्मियों की भारी कमी है। पार्षद जगदीश मेहरा, रोहणी देवी, मनीष भट्ट, गीता नेगी, कमल नेगी ने खराब लाइटें खरीदे जाने का मुद्दा उठाया। कहा कि अधिकांश वार्डों में स्ट्रीट लाइट खराब पड़ी हुई है। हालत यह है कि लाइट ठीक करते ही वह दोबारा खराब हो जाती हैं। भाजपा पार्षदों ने लाइटें खरीद में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि लाइट खरीद में बहुत बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। भ्रष्टाचार व सामान खरीद में हुई कमीशनबाजी की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। पार्षदों ने पूर्व में उठाए गए मुद्दों का निराकरण नहीं होने पर भी रोष व्यक्त किया। कहा कि नगर निगम को बोर्ड बैठक में उठाए जाने वाले मुद्दों पर गंभीरता से कार्य करना चाहिए। जिससे क्षेत्रवासियों को बेहतर लाभ मिल सकें।
बैठने की व्यवस्था नहीं होने पर भड़के
नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों के बैठने के लिए बेहतर व्यवस्था नहीं होने पर पार्षद भड़क उठे। पार्षद गीता नेगी, विजेता, बीना देवी, मीनाक्षी, कवित्ता मित्तल, आशा चौहान, जगदीश मेहरा, सुखपाल शाह सहित अधिकांश पार्षदों ने सभागार में पार्षदों के लिए बैठने के लिए समुचित व्यवस्था न किए जाने पर नाराजगी जताई। कहा कि जब सभागार में निगम प्रशासन पार्षदों के बैठने की व्यवस्था तक नहीं कर पा रहा है तो पार्षद कैसे अपनी समस्याओं को उठाएंगे। जब निगम ने बैठने के लिए पर्याप्त कुर्सी लगाई तब पार्षदों का गुस्सा शांत हुआ।