डीएम ने की बोट यूनियन और रेखीय विभागों के साथ चर्चा
नई टिहरी। टिहरी झील क्षेत्र में साहसिक और पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के मकसद से डीएम ईवा श्रीवास्तव ने बोट यूनियन और रेखीय विभागों के साथ चर्चा की। डीएम वे झील से सटे प्रतापनगर क्षेत्र में पर्यटन संभावनाओं को तलाशने के भी निर्देश दिए। बैठक में डीएम ने बोट यूनियन की विभिन्न मांगों को सुना और उचित निस्तारण का भरोसा दिलाया। जिला प्रशासन ने जनपद के पर्यटन गतिविधियों से अछूते प्रतापनगर क्षेत्र को भी पर्यटन की दृष्टि से विकसित किये जाने को लेकर चर्चाएं करते हुये इस ओर ठोस कदम उठाने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिये। डीएम ने एसडीएम व बोट यूनियन के पदाधिकारियों को निर्देश दिये कि संयुक्त रूप से स्थलीय निरीक्षण करते हुए झील से सटे प्रतापनगर क्षेत्रान्तर्गत टूरिस्टों के लिए अस्थायी निर्माण हेतु राजस्व जमीन तलाशी जाय, ताकि चयनित स्थलों पर टूरिस्टों की सुविधानुसार मूलभूत सुविधाएं विकसित की जा सकें। बोट संचालकों की विभिन्न मांगों की सुनवाई के दौरान बोट यूनियन ने सेल्फी प्वाइन्ट निर्माण की मांग की। जिस डीएम ने बोट यूनियन के पदाधिकारियों से प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा। फ्लोटिंग हटर्स में प्री-वेडिंग शूटिंग को ड्रोन कैमरे के प्रयोग की अनुमति देने के लिए डीएम ने सम्बंधित अधिकारियों का उचित कार्यवाही के निर्देश दिये। झील का जल स्तर घटने पर परिवर्तित बोटिंग प्वाइन्ट स्थलों पर पेयजल, विद्युत, चेंजिंग रूम, शौचालय आदि मूलभूत सुविधाओं की मांग बोट यूनियन ने किये जाने पर डीएम ने जिला पर्यटन अधिकारी को शीघ्र डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिये। जेटी मरम्मत की मांग पर जिलाधिकारी ने बताया कि जेटी मरम्मत को शासन से बजट की मांग की गयी है। बोट लाइसेन्स निर्गत किये जाने की मांग पर डीएम ने बोट यूनियन के अधिकारियों को बताया कि टाडा ने पाल्यूशन मशीन खरीदने को शासन से बजट की मांग की है। पाल्युशन सर्टीफिकेट बनाने के उपरान्त ही लाईसेन्स निर्गत किये जाने सम्भव होंगे। डीएम ने एसडीएम को निर्देश दिये कि कोटी में लोगों को पुराने शमशान घाट की बजाय नये शमशान घाट के लिए प्रेरित करने को उचित कदम उठाने के निर्देश दिये। बैठक में एसडीएम फिंचाराम चौहान, जिला पर्यटन अधिकारी सुरेश सिंह यादव, जिला साहसिक पर्यटन अधिकारी सोबन सिंह राणा सहित बोट युनियन के पदाधिकारी मौजूद रहे।