पेयजल किल्लत शुरू
नैनीताल। कोरोना संक्रमण से परेशान जनमानस इस वर्ष पानी की किल्लत को भी परेशान है। सर्द मौसम में वर्षा और बर्फबारी नहीं होने से पहाड़ों में अभी से पेयजल किल्लत शुरू हो गई है। पेयजल स्रोतों के सूखने का सिलसिला शुरू हो चुका है। अप्रैल में प्रतिकूल हालात से मई और जून में होने वाली परेशानी से लोग चिंतित हैं। जल संस्थान ने भावी खतरे की आशंका को देखते हुए पांच विकासखंडों के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के 64 स्थानों में ऐसी स्थिति से निपटने के लिए पानी टैंकरों से बांटने की रणनीति बनाई है। जल संस्थान के अधिकारियों के मुताबिक इस बार वर्षा और बर्फबारी नहीं होने से स्थिति अभी से चिन्ताजनक बन रही है। कई स्थानों में जल स्रोत सूखने और स्रोतों में पानी की कमी की सूचना मिल रही है। इससे निपटने के लिए कार्य योजना बन रही है। कई जगह रोस्टर से पानी दिया जा रहा है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में 64 स्थानों का प्रारंभिक तौर पर चिन्हित किया गया है।
यहां जलस्रोत सूखे- जल संस्थान नैनीताल को अब तक नैनीताल के पंगूट, बल्दियाखान, मल्ला रामगढ़, सीन, गंगोरी सुयालबाड़ी, चाफी, अल्चौना, नगारीगांव, चकतलाड़, हेड़िया, भत्यूझ, पलड़ा, बस गांव, सूपी,भवाली, भीमताल व बेतालघाट आदि क्षेत्रों से प्राकृतिक जल स्रोत सूखने व जल स्तर कम होने की सूचना मिली है। जल संस्थान हर रोज यह सूचनाएं एकत्र कर रहा है।
इस बार वर्षा और बर्फबारी नहीं होने से स्थिति अभी से चिन्ताजनक है। कई स्थानों में जल स्रोत सूखने की सूचना है। कई स्थानों में रोस्टर से पानी बांटा जा रहा है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 64 स्थानों को प्रारंभिक तौर पर चिन्हित किया गया है। -डीएस बिष्ट, एसडीओ, जल संस्थान