अन्य कार्यो में न लगाई जाएं शिक्षकों की ड्यूटी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: राजकीय शिक्षक संघ ने शैक्षिक कार्यो के अलावा अन्य कार्यो में शिक्षकों की ड्यूटी लगाने पर रोष व्यक्त किया है। कहा कि शिक्षकों की ड्यूटी सिर्फ शैक्षिक कार्यो में ही लगाई जानी चाहिए।
राजकीय शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों शिक्षकों की ड्यूटी गैर शैक्षिक कार्यों में न लगाए जाने की मांग की है। जिलाध्यक्ष जयदीप रावत व महामंत्री मनमोहन सिंह चौहान द्वारा जिलाधिकारी व विभागीय शीर्ष अधिकारियों को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि शासन एवं विभागीय शीर्ष अधिकारियों द्वारा शिक्षकों की ड्यूटी गैर शैक्षिक कार्यों में न लगाए जाने के स्पष्ट आदेशों दिए गए हैं। बावजूद समय-समय पर शासन एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा शिक्षकों की ड्यूटी अन्य कार्यो में लगा दी जाती है। जिसके कारण विद्यालयों में शिक्षण कार्य प्रभावित होता हैं। अधिकारियों द्वारा पूर्व निर्गत पत्रों में स्पष्ट उल्लेख है कि कोविड-19 के कारण शिक्षण कार्य प्रभावित हुआ है, उसकी भरपाई के लिए शिक्षकों से शिक्षण के अलावा कोई भी अतिरिक्त कार्य नहीं करवाया जाए। लेकिन, उन आदेशों की अनदेखी कर शिक्षकों की ड्यूटी गैर शैक्षिक कार्यों जैसे बीईएलओ, शाला सिद्धि, पोर्टल आदि में लगा दी जाती है। जिससे शिक्षण कार्य प्रभावित ही नहीं पाठ्यक्रम समय पर पूरा नहीं हो पाता। इसका सीधा प्रभाव छात्रों के परीक्षा फल पर पड़ता है। मांग की गई है कि शिक्षक बेहतरीन शैक्षिक माहौल बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। लेकिन शिक्षकों से शिक्षण के अतिरिक्त अन्य कोई भी कार्य न करवाई जाए।