बिलकिस बानो के दोषियों को रिहा करने पर जताया रोष
क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन ने क्षेत्र में चलाया हस्ताक्षर अभियान
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: बिलकिस बानो के दोषियों को रिहा करने के विरोध में क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन ने क्षेत्र में हस्ताक्षर अभियान चलाया। इस दौरान संगठन ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजते हुए दोषियों की सजा बहाल करने की मांग की है। कहा कि 15 अगस्त को क्षमा नीति के तहत आरोपियों को रिहा कर दिया गया है।
शुक्रवार को संगठन की ओर से लकड़ीपड़ाव क्षेत्र में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इसके उपरांत सदस्यों ने तहसील परिसर में पहुंचकर उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। बताया कि वर्ष 2002 में गुजरात में बिलिकस बानो व उनके परिवार की चार अन्य महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी। साथ ही परिवार में तीन साल की एक बच्ची समेत 14 लोगों की हत्या कर दी गई थी। मामले के 11 आरोपियों को क्षमा नीति के तहत रिहा कर दिया गया है। जबकि, पूर्व में न्यायालय की ओर से आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। आरोपियों की रिहाई का सीबीआई व बाम्बे हाईकोर्ट ने विरोध भी किया था। कहा कि इस रिहाई ने आम महिलाओं समेत अल्पसंख्यकों के न्यायालय के प्रति भरोसे को कमजोर किया है। यही नहीं अभी कुछ माह पूर्व बलात्कार के आरोपित रामरहिम को भी परोल पर छोड़ दिया गया है। अरापियों को छोड़ने से देश में महिला अपराधों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। इस मौके पर दिनेश कुमार, कमला धस्माना, मौसीन अहमद, सलमान, शहजाद, नसीमा, जहीर, परवीन, शबनम,मौ. उस्मान, चांदनी, सलमान, तारा जहां, खुरशीद अहमद, शबनम, सलीम आदि मौजूद रहे।