गैरलेख गांव के लिंगदेवता मंदिर में लगा मेला
बागेश्वर। कार्तिक पूर्णिमा पर गैरलेख गांव के लिंगदेवता मंदिर में मेला लगा। क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांवों से श्रद्धालु मेले में उमड़े। उन्होंने भगवान लिंगदेवत को 10 किलो से अधिक मक्खन चढ़ाया। भगवान से सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। लिंगदेवता थान (मंदिर) की दूरी गरुड़ से करीब 17 किमी की है। गैरलेख तक वाहन से जाने के बाद तीन किमी की खड़ी चढ़ाई पार कर मंदिर तक पहुंचा जाता है। हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन मंदिर में भव्य मेला लगता है। इसमें विभिन्न गांवों के लोग आकर भगवान लिंग देवता की पूजा करते हैं। श्रद्धालु लिंगदेवता को मक्खन अर्पित कर परिवार में धन-धान्य और धिनाली (दूध, दही, घी, मक्खन) बनाये रखने का आशीर्वाद मांगते हैं। इस साल कोरोना के चलते अन्य सालों से श्रद्धालुओं की संख्या कुछ कम रही। इसके बावजूद अणां, लोहारचैंरा, थाकला, भिटारकोट, भगरतोला, द्यौनाई, रिठाड़, सरोली, मेलाडुंगरी, बैजनाथ, पिंगलो, सिमखेत, नौघर, तेलीहाट, कज्यूली, घांघली, पचना, बिमौला, गढ़सेर आदि गांवों से आए श्रद्धालुओं ने मां भगवती को अपनी क्षमता के अनुसार मक्खन अर्पित किया। सिमखेत और पिंगला के पंडित गिरीश जोशी, महेश जोशी, पूरन जोशी, जगदीश जोशी ने श्रद्धालुओं की पूजा अर्चना करवाई। भक्तों ने भगवान लिंग देवता से धन-धान्य के भंडार भरने और विश्व में सुख शांति कायम करने का आशीर्वाद मांगा।