स्वरोजगार के लिए संजीवनी साबित हो सकती है बागवानी
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। प्रदेश के उच्च शिक्षा, आपदा प्रबंधन एवं पुर्नवास राज्यमंत्री डा. धन सिंह रावत का कोरोना महामारी के इस दौर में बागवानी को स्वरोगार के लिए संजीवनी बताया है। डॉ. धन सिंह का कहना है कि कोरोना महामारी ने लोगों की आजीविका पर बहुत बुरा प्रभाव डाला है। इस कोविड काल में बागवानी स्वरोजगार को संजीवनी देने का काम कर सकती है। बागवानी की दिशा में सरकार की योजनाओं का लाभ लेकर आजीविका को मजबूत करना चाहिए।
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने विकासखंड मुख्यालय खिर्सू स्थित राजकीय उद्यान में विभिन्न कार्यों का लोकार्पण किया। उद्यान में 30 लाख की लागत से मुख्य गेट निर्माण, पुराने आवासीय भवन का पुनरुद्वार कार्य, कीवी, अखरोट, चैरी, क्लोनल रुट स्टॉक आधारित सेब के मातृ प्रखंड स्थापना के साथ ही विद्युत व्यवस्था भी जुटाई जाएगी। इस मौके पर डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार उत्तराखंड में उद्यानिकी को आजीविका विकास से जोड़कर ग्राम स्तर पर बेहतर कार्य कर रही है। विभाग के अधिकारियों को स्थानीय लोगों और प्रवासी ग्रामीणों को विभाग की योजनाओं का लाभ दिए जाने के लिए विशेष रुप से कार्य करना होगा। जिला उद्यान अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार ने बताया कि राजकीय उद्यान खिर्सू में 350 ग्राफ्टेड अखरोट, 500 चैरी, 400 कीवी, 100 सेब, 1400 क्लोनल रुट स्टॉक के मातृ प्रखंड की स्थापना की गई है। कहा कि उद्यान में सेब, अखरोट, पुलम आदि के फल-पौध में भी तैयार की जा रही है। इस अवसर पर अपर उद्यान अधिकारी पीडी ढौंडियाल, जिलाध्यक्ष भाजपा संपत सिंह रावत, उद्यान प्रभारी धनवीर सिंह, नितिन, उमेश ढौंडियाल आदि मौजूद रहे।