करंट से झुलसे दो लाइनमैन, कोटद्वार में नहीं है इलाज, रैफर
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। मंगलवार को ऊर्जा निगम के दो कर्मचारी बिजली की लाइन में काम करने के दौरान करंट की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गये। दोनों को राजकीय बेस अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रैफर कर दिया है। इसमें से एक कर्मचारी लगभग 20 प्रतिशत झुलस गया। उस लाइन मैन को स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में हायर सेंटर रैफर कर दिया गया। जिससे बेस चिकित्सालय में सुविधाओं का अभाव साफतौर पर दिख रहा है।
कोटद्वार क्षेत्र में मंगलवार को विद्युत विभाग के दो लाइन मैन करंट की चपेट में आकर झुलस गये। उपचार के लिए दोनों कर्मचारियों को बेस चिकित्सालय में लाया गया। जहां स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में उन्हें अन्यत्र रैफर कर दिया।
चिकित्सालय से मिली जानकारी के अनुसार मानपुर निवासी 59 वर्षीय गमार्ल ंसह चौधरी पुत्र चैत सिंह विद्युत विभाग में लाइनमैन के पद पर कार्यरत है। मंगलवार सांय को वह गाड़ीघाट में विद्युत पोल पर फ्यूज ठीक करने के लिए चढ़ा था। इसी दौरान करंट की चपेट में आने से वह पोल से नीचे गिर गया। जिस कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गया। गमाल सिंह राजकीय बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रैफर कर दिया। गमाल सिंह करीब बीस प्रतिशत झुलसा हुआ है और पोल से गिरने से उसे चोटें भी आई है। जशोधरपुर निवासी 38 वर्षीय धर्मेंद्र पुत्र सुरेन्द्र सिंह विद्युत विभाग के जशोधरपुर स्थित पावर हाऊस में ठेकेदार के अंडर में लाइनमैन के पद पर कार्यरत है। मंगलवार दोपहर करीब दो बजे वह पावर हाऊस में काम कर रहा था, इसी दौरान वह करंट की चपेट में आने से गंभीर रूप से झुलस गया। धर्मेंद्र को यहां राजकीय बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रैफर कर दिया है। डॉक्टरों ने बताया कि करंट की चपेट में आने से धर्मेंद्र करीब 50 प्रतिशत झुलसा गया है।