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कोटद्वार में टैक्स बवाल पर मुखर हुई मेयर, अब इस प्रस्ताव को रद्द करेगें, भाजपा पार्षदों ने निगम में की तलाबंदी, नगर आयुक्त का किया घेराव

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जयन्त प्रतिनिधि। 
कोटद्वार। नगर निगम कोटद्वार की महापौर श्रीमती हेमलता नेगी ने 25 फरवरी 2020 को नगर निगम की बोर्ड बैठक में निगम के सम्पूर्ण क्षेत्र में व्यवसायिक सम्पत्तियों पर गृहकर सम्बन्धी पारित प्रस्ताव का ठीकरा निगम के अधिकारियों के सिर पर फोड़ा है। उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव लाये थे। निगम के अधिकारी प्रस्ताव की पुष्टि भी स्वयं करते है। जबकि वह बैठक के समापन से पहले बैठक में लाये गये प्रस्तावों की पूरी सुनवाई करवाने को कहते है, लेकिन आज दो साल बीत जाने के बावजूद भी अभी तक बोर्ड बैठक में समापन से पहले सुनवाई नहीं हो पाई है। मेयर ने व्यवसायिक सम्पत्तियों पर गृहकर सम्बन्धी प्रस्ताव को लेकर कहा कि  इसे पार्षदों की अज्ञानता ही कहेगें कि उन्होंने ध्यान से एजेण्डे को नहीं पढ़ा। अगर पार्षदों ने एजेण्डे को ध्यान से पढ़ा होता तो बैठक में टैक्स सम्बन्धी प्रस्ताव पारित नहीं होता। मेयर ने कहा कि वह किसी भी कीमत पर निगम क्षेत्र में व्यवसायिक सम्पत्तियों पर गृहकर नहीं लगने देगी। उन्होंने कहा कि आगामी बोर्ड में व्यवसायिक सम्पत्तियों पर गृहकर सम्बन्धी प्रस्ताव को लाया जाएगा और उसे रद्द किया जाएगा।
नगर निगम सभागार में प्रेस को संबोधित करते हुए महापौर श्रीमती हेमलता नेगी ने कहा कि नगर निगम बनने के दौरान प्रदेश सरकार ने निगम में शामिल 35 ग्राम सभाओं में दस वर्ष तक किसी भी प्रकार का टैक्स ना लगाने की घोषणा की थी, लेकिन एक वर्ष बाद ही सरकार ने निगम को फरमान जारी कर दिया कि नगर निगम बोर्ड में स्वकर निर्धारण कर वसूलने की कार्यवाही करें। जिस पर नगर आयुक्त द्वारा बैठक में प्रस्ताव रखा गया। जिसको अगली बैठक में पुष्टि होने के उपरान्त ही लागू होना था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण नगर निगम की बैठक नहीं हो पाई। इस दौरान सरकार का एक आदेश आता है कि नगर निगम में सम्मिलित किये गये क्षेत्रों में आवास को छोड़कर समस्त व्यवसायों पर टैक्स लगाया जाय। जिस पर सरकार ने जनता को आपत्ति दर्ज कराने के लिए एक माह का समय दिया था। सरकार के इस आदेश से स्वकर निर्धारण वाला विषय स्वत: ही समाप्त हो गया। महापौर ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा पार्षछ जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे है, जो कि जनता के हित में नहीं है। उत्तराखण्ड सरकार लगातार जनता पर करों का बोझ डालना चाहती है। उन्होंने कहा कि आगामी बोर्ड बैठक में सरकार के 10 वर्षों तक किसी प्रकार का टैक्स न लिये जाने के आदेश को यथावत रखने व नये सिरे से सम्मिलित किये क्षेत्रों में कर न थोने जाने का प्रस्ताव रखा जायेगा। इस मौके पर पार्षद अनिल रावत, अमित नेगी, राकेश बिष्ट, सूरज प्रसाद कांति आदि मौजूद थे।
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भाजपा पार्षदों ने निगम में की तलाबंदी, नगर आयुक्त का किया घेराव
जयन्त प्रतिनिधि। 
कोटद्वार। भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों व भाजपा समर्थित पार्षदों ने निगम के सम्पूर्ण क्षेत्र में व्यवसायिक सम्पत्तियों पर गृहकर सम्बन्धी पारित प्रस्ताव के स्थगन सहित अन्य मांगों को लेकर नगर आयुक्त का घेराव किया। साथ ही नगर निगम कार्यालय में आधे घंटे तकतालाबंदी की। पार्षदों ने आरोप लगाते हुए कहा कि निगम के अधिकारी भाजपा पार्षदों के साथ भेदभाव कर रहे है। पार्षदों ने विभिन्न मांगों को लेकर नगर आयुक्त को एक ज्ञापन सौंपा। मांगों पर कार्यवाही को लेकर सांय 5 बजे तक का समय दिया गया। मांगों पर स्वीकृति ना होने पर गुरूवार 26 नवम्बर से अनिश्चितकालीन तालाबंदी करने चेतावनी दी।
बुधवार को भाजपा पार्षद व भाजपा समर्थित पार्षद नगर निगम कार्यालय में एकत्रित हुए। पार्षदों ने निगम कार्यालय के बाहर निगम के अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। साथ ही जमकर नारेबाजी की। इस दौरान पार्षदों ने नगर आयुक्त का घेराव किया। पार्षदों ने कहा कि 25 फरवरी 2020 की बोर्ड बैठक में पुरानी नगर पालिका क्षेत्र के बाहर लगने वाले टैक्स की प्रक्रिया का भाजपा पार्षदों ने विरोध करते हुए बैठक से वॉक आउट किया था, फिर भी बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव पास कर दिया गया। इसी बैठक में मेयर द्वारा 25 वार्डों में विभिन्न कार्यों हेतु 6-6 लाख की बजट स्वीकृति दी गई, जिसके कार्य टेंडर लगाये जा रहे है, जबकि इसकी बोर्ड में पुष्टि नहीं हुई है। उक्त टेंडरों को तत्काल स्थगित किया जाय। उन्होंने कहा कि उक्त धनराशि को निगम के समस्त वार्डों में विकास कार्यों के लिए बराबर खर्च किया जाय। पार्षदों ने कहा कि तहसील परिसर में ई-डिस्ट्रिक में निर्माणाधीन टिन सेड के लिए आवंटित टेंडर को स्थगित करने व पूर्व में निगम द्वारा खर्च की गई राशि को वापस बोर्ड फंड में देने की प्रक्रिया की जाय। क्योंकि तहसील उक्त कार्य कराने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि तत्काल क्षेत्र में लाईट फिटिंग का कार्य शुरू कराय जाय, क्योंकि फरवरी 2020 से 2000 हजार स्ट्रीट लाईटें निगम स्टोर में रखी-रखी खराब हो रही है। इस मौके पर पार्षद गायत्री भट्ट, नीरूबाला खंतवाल, कुलदीप सिंह रवत, कमल सिंह नेगी, जयदीप नौटियाल, सुभाष पाण्डेय, दीपक लखेड़ा, धीरेन्द्र सिंह, पंकज भाटिया, गजेन्द्र मोहन धस्माना, आशा डबराल, मालती बिष्ट, नंदकिशोर कुकरती आदि मौजूद थे।
नगर आयुक्त का घेराव करते हुए भाजपा पार्षद। 
नगर निगम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए भाजपा पार्षद।

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