उत्तराखंड

शोपीस बनीं लाखों की लागत से लगीं एलईडी स्क्रीन

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नई टिहरी। टिहरी झील क्षेत्र कोटी में पर्यटकों के मनोरंजन और उन्हें क्षेत्र की अहम जानकारियां देने के लिए लाखों की लागत से लगी तीन एलईडी स्क्रीन बिजली का कनेक्शन कटने से शोपीस बनी हुई हैं। शुरूआती दौर में कुछ दिन चलने के बाद ये स्क्रीनें अब मात्र पर्यटकों का मुंह चिढ़ाने का काम कर रही हैं। बोट यूनियन के इनका संचालन बेरोजगार युवाओं को देने की बात कही है।

सालों बाद भी टिहरी झील क्षेत्र में जहां सुविधाओं का टोटा बना हुआ है। वहीं सरकारी महकमे यहां लगे संसाधनों का लाभ भी पर्यटकों को नहीं दे पा रहे हैं। 2019 में निर्माण निगम के माध्यम से पर्यटकों के मनोरंजन और उन्हें क्षेत्र के पर्यटन सहित अहम जानकारियां देने के लिए लगाई गईं तीन एलईडी स्क्रीनें शोपीस बनी हुई हैं। निर्माण निगम ने शुरुआत में कुछ दिनों तक ट्रायल के तौर पर इन्हें चलाया। बाद में बिजली का कनेक्शन कटने के कारण यह स्क्रीनें ठप हो गईं। स्क्रीनों को चलाने की जिम्मेदारी पर्यटन विभाग को दी गई, लेकिन यह स्क्रीनें नहीं चल पाईं। श्री गंगा भागीरथी बोट यूनियन के संरक्षक कुलदीप पंवार का कहना है कि स्क्रीनों के सुचारू संचालन के लिए बेरोजगार यूनियन के युवाओं को इसकी जिम्मेदारी दी जानी चाहिए।

क्या कहता है पर्यटन विभागरू

साहसिक पर्यटन अधिकारी सोबन सिंह राणा का कहना है कि शुरू में स्क्रीनों को चलाया गया। निर्माण निगम के बिजली का कनेक्शन कटवाने के बाद से यह स्क्रीनें नहीं चली हैं। अब इसकी जिम्मेदारी टाडा को दी जा रही है।

क्या कहता है टाडारू

टिहरी झील विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (टाडा) के विपणन अधिकारी नवीन नेगी का कहना है कि स्क्रीनों की संचालन की जिम्मेदारी पर्यटन विभाग के पास है। बिजली का कनेक्शन न होने के कारण स्क्रीनें बंद हैं। जल्द ही स्क्रीनों के संचालन की जिम्मेदारी उन्हें मिलने वाली है। कनेक्शन लगवाकर इन्हें शुरू किया जाएगा।

 

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