…अब ठंड मा ल्यावा मूला, गिंठी और पिंडलू कू स्वाद
ठंड के साथ ही बढ़ने लगी पहाड़ी सब्जियों की डिमांड
बेहतर बाजार से पर्वतीय क्षेत्र के काश्तकारों के खिले चेहरे
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: हमर पहाड़ मा एक कहावत च कि जैन ठंड मा मूला, गिंठी और पिंडलू कू स्वाद ल्या उ कत्ती बीमरियों से बच सकूद। यू ही एक कारण च कि ठंड मा पहाड़ क सब्जी व दालो क जरूरत बढ़ ज्यांद। इन मा गढ़वाल क मुख्य बाजार कोटद्वार भी पहाड़ी सब्जी व दालों से गुलजार हूंण बैठ ग्या। लगातार बढ़णी डिमांड से पहाड़ मा खेती करणा गांव ओलोक भी मुक खिलणू च।
पहाड़ों में ठंड के दौरान सब्जियों की उपज बढ़ने लगी है। यही कारण है कि पहाड़ से सब्जियों की कई प्रजातियां मैदान में बिकने के लिए पहुंचने लगी है। सब्जियों की डिमांड बढ़ने से पहाड़ी काश्तकारों के चेहरे भी खिल उठे हैं। कोटद्वार से दिल्ली व अन्य मैदानी क्षेत्रों को जाने वाली प्रवासी भी भर-भरकर सब्जियां लेकर जा रहे हैं। कोटद्वार में सबसे अधिक सब्जी दुगड्डा, यमकेश्वर व रिखणीखाल ब्लाक के विभिन्न गांव से पहुंच रही है। बाजार में माल्टे की भी काफी डिमांड है।
इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाती है सब्जी
पहाड़ी उत्पाद प्रोटीन से भरपूर रहते हैं। यही कारण है कि कोरोना काल में इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाने के लिए भी इन सब्जियों की काफी मांग थी। ठंड के मौसम में पहाड़ी उत्पादों की अधिक डिमांड रहती है। वहीं, बाजार में पहाड़ी दाल की भी काफी मांग है।
पहाड़ी दालों की भी बढ़ी मांग
बाजार में पहाड़ी सब्जी के साथ ही पहाड़ी दाल की भी डिमांड बढ़ने लगी है। पहाड़ी दाल विक्रेता राजू सिंह ने बताया कि ठंड में पहाड़ी उत्पादों की अधिक बिक्री होती है। मैदान में जाने वाले प्रवासी सबसे अधिक दालों की खरीदारी कर रहे हैं। लगातार बढ़ रही डिमांड से काश्तकारों को भी लाभ हो रहा है।
यह है दाम
सब्जी दाम
मूला 50 रुपये किलो
गेंठी 80 रुपये किलो
पिंडालू 50 रुपये किलो