पेयजल योजनाएं ठेकेदारी से बनाने का प्रधानों ने विरोध किया
चम्पावत। ग्रामीण प्रतिनिधियों ने जल जीवन मिशन के तहत बनने वाली पेयजल योजनाएं ठेकेदारी प्रथा के बजाय पंचायत समिति से बनाए जाने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने एडीएम को ज्ञापन सौंपा। उनका कहना है कि समिति के जरिए पेयजल योजना बनाए जाने से प्रवासियों को भी रोजगार मिल सकेगा। सोमवार को ग्रामीण जनप्रतिनिधियों ने कलक्ट्रेट में एडीएम को ज्ञापन सौंपा। उनका कहना है कि जल जीवन मिशन योजना के तहत स्वजल, पेयजल निगम और जल संस्थान ने पेयजल योजनाएं बनाई जानी है। कहा कि इन पेयजल योजनाओं को ठेकेदारी प्रथा से बनाए जाने की सुगबुगाहट हो रही है। पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि इससे पूर्व तक ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल योजनाएं समिति के जरिए बनाई जाती थी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में गांवों में बड़ी संख्या में प्रवासियों की आमद हो रही है। प्रतिनिधियों का कहना है कि ये प्रवासी काम नहीं होने की वजह से बेरोजगार हैं। कहा कि समिति के जरिए पेयजल योजना बनने से प्रवासियों को रोजगार भी दिया जा सकेगा। उन्होंने शीघ्र मांग नही माने जाने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी। ज्ञापन देने वालों में प्रधान महेश पंगरिया, मनोज तड़ागी,हीरा देवी, गुड्डी देवी, कमला देवी, गिरीश चंद्र, नीमा बिनवाल, निर्मला देवी, रुद्र सिंह महर समेत तमाम प्रतिनिधि मौजूद रहे।