कवियों की प्रस्तुति ने मोहा श्रोताओं का मन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : राज्य स्थापना दिवस से पूर्व साहित्यांचल संस्था की ओर से गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान कवियों की प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया।
पदमपुर स्थित एक बारात घर में गोष्ठी का आयोजन किया गया। कवि ऋद्धि भट्ट ने ‘मूनखी निछन पर खूब दिखेंदी रोड..’, रोशन बलूनी ने ‘संस्कार जिंदा थे कभी..’ गोविंद डंडरियाल ‘भैर का लोग आकी बस यी न..’, डा. ख्यात सिंह चौहान ने ‘जामा म्यार उत्तरावासी..’, कविताओं की प्रस्तुति दी। इस दौरान मनोरमा ढौंडियाल, माधुरी रावत, कुलदीप मैंदोला, माहेश्वरी बुड़ाकोटी ने मनमोहक कविताएं प्रस्तुत की। इस मौके पर संस्था के महासचिव शशिभूषण अमोली, डा. बीना, अशोक गिरी, भगवती प्रसाद कंडवाल, जगदीश प्रसाद भारद्वाज, चक्रधर शर्मा, चंद्रप्रकाश नैथानी, डा. नंद किशोर ढौंडियाल, प्रवेश नवानी, शिव प्रकाश कुकरेती, सुदीप बैंठियाल आदि मौजूद रहे।