सावित्रीबाई फुले को किया याद
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: शैल शिल्पी विकास संगठन की ओर से भारत की प्रथम महिला शिक्षिका स्व. सावित्रीबाई फुले की 192वीं जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
संगठन के सिमलचौड़ स्थित कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि 18वीं शताब्दी को क्रांतिकारियों के जन्म का युग कहा गया है। इसी युग में लार्ड मैकाले द्वारा भारत में शिक्षा के द्वार खोले गये थे। इस पर देश में अनोखी क्रांति आरंभ हुई थी। इसके आरंभ में महात्मा ज्योतिबाराव फुले और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले की शिक्षा की क्रांति के विराट रूप से पूरा विश्व परिचित है। वक्ताओं ने मांग की कि सावित्रीबाई फुले के नाम पर प्रदेश में दो विद्यालय स्थापित किए जाने चाहिए ताकि सभी को उनके क्रांतिकारी महिला व प्रथम महिला शिक्षिका होने संबधी बातों का भी पता चल सके। कार्यक्रम में संगठन अध्यक्ष विकास आर्य, अनूप पाठक, धीरज बछवाण, जयदेव आर्य, मनवर लाल भारती, कविता भारती, शूरवीर खेतवाल और प्रीति देवी आदि थे।