चमोली : केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के रुद्रनाथ क्षेत्र में उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाने वाली 90 से अधिक प्रजातियों के पक्षियों की प्रकृति और जीवन शैली पर आधारित एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में आस-पास के कई युवा ग्रामीण नेचर गाइडों और बर्ड वाचर्स ने बर्ड वाचिंग और टेकिंग के बारे में जानकारी प्राप्त की। केदारनाथ वन्य जीव विभाग की पहल पर गोपेश्वर में आयोजित इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण में ग्रामीण क्षेत्र के नेचर गाइडों को पक्षियों की प्रवृत्ति, उनके व्यवहार और उनके संरक्षण के तरीकों के बारे में मास्टर ट्रेनरों ने बताया। बर्ड वाचिंग के लिए यह प्रशिक्षण विशेष रूप से लाभकारी साबित हुआ, जिससे न केवल गाइडों की जानकारी बढ़ी, बल्कि वे अब इन पक्षियों के बारे में अधिक प्रमाणिक जानकारी दे सकते हैं। प्रशिक्षण में बर्ड वाचर्स को रुद्रनाथ क्षेत्र में रहने वाली दुर्लभ और उच्च हिमालयी पक्षियों जैसे स्पॉटेड विंग्ड ग्रास बीक, गोल्डन बुश राबिन, फायर फंटेड सेरिन, हिमालयन ब्लू टेल, कोल टिट, यूरेशियन जे, परपल पिंच, और यलो रम्पड हनी गाइड के बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ ही बर्ड वाचर्स ने दुर्लभ प्रवासी पक्षियों जैसे बर्डिटर फ्लाई कैचर और ग्रै हेडेड कैनरी फ्लाई कैचर को भी देखा। प्रभागीय वनाधिकारी तरुण एस और उप प्रभागीय वनाधिकारी मोहन सिंह ने बताया कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम से क्षेत्रीय बर्ड वाचर्स और नेचर गाइडों को न केवल अधिक जानकारी मिली, बल्कि यह जैव विविधता के संरक्षण में भी योगदान देने के लिए उन्हें प्रेरित करेगा। (एजेंसी)