शिलापट हटाए जाने से भड़के भाजपाई
संवाददाता, अल्मोड़ा। तहसील परिसर में अधिवक्ता संघ के पुस्तकालय हाल से पूर्व विधायक अजय भट्ट के नाम का शिलापट हटाकर उसकी जगह दूसरा मद विवरण पठ लगाए जाने से भाजपा कार्यकर्ता भड़क उठे हैं। कार्यकर्ताओं ने ठेकेदार के कृत्य को अवैधानिक व उनके नेता के मान-सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला बताते हुए जांच कराए जाने की मांग उठाई है। इस आशय का ज्ञापन एसडीएम को सौंपा गया। एसडीएम अभय प्रताप सिंह से मुलाकात कर भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि 2014 में क्षेत्रीय विधायक और तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने अधिवक्ता संघ रानीखेत के पुस्तकालय हाल निर्माण के लिए पांच लाख की राशि विधायक निधि से दी। कार्य पूर्ण होने के बाद ठेकेदार ने हाल की दीवार पर निर्माण कार्य से संबंधित शिलापट लगाया था। इधर, बीते सोमवार को मद विवरण से संबंधित उक्त शिलापट को तोड़कर उसके स्थान पर दूसरा शिलापट लगा दिया गया। जिसमें 84 हजार से सीढ़ी व छत निर्माण संबंधी विवरण अंकित है। जिससे स्पष्ट होता है कि पुराने मद को हटाकर नया शिलापट सीढ़ी, छत निर्माण करने वाले ठेकेदार ने लगाया है। भाजपाइयों ने कहा कि ठेकेदार को पूर्व से स्थापित मद पठ को हटाकर उसके स्थान पर नया शिलापट लगाने का कोई अधिकार नहीं हैं। ठेकेदार के इस कृत्य पर कार्यकर्ताओं ने रोष जताया है, ठेकेदार का ये कृत्य मानहानि की श्रेणी में आता है। कार्यकर्ताओं ने एसडीएम से मामले की जांच करा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई। इस मौके पर जिला महामंत्री प्रेम शर्मा, नगर अध्यक्ष राजेंद्र सजसवाल, पूर्व प्रमुख धन सिंह रावत, कैंट बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष मोहन नेगी, पूर्व जिलाध्यक्ष दीप भगत, विनोद भार्गव, रमेश जोशी आदि मौजूद रहे।