तपोवन त्रासदी में एक और गुमशद्गी दर्ज
गोपेश्वर। तपोवन सुरंग में रेस्क्यू कार्य में दिक्कतें कम नहीं हो रही हैं। टी प्वाइंट तक पहुंचने के लिए जहां तीन मीटर मलबा हटाना बाकी है, वहीं इस त्रासदी में मंगलवार को एक और व्यक्ति की गुमशुद्गी दर्ज की गई। अब लापता व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 205 हो गई है।
रैंणी की ग्राम प्रधान शोभा राणा ने गांव में कार्य करने वाले नेपाली मूल के व्यक्ति रमेश की गुमशुद्गी दर्ज कराई है। बताया गया कि आपदा के दिन नेपाली मूल का यह मजदूर भीाषिगंगा के आसपास ही कार्य कर रहा था। बाढ़ के बाद से वह भी लापता है। इस त्रासदी में अब तक 70 शव और 29 मानव अंग बरामद हुए हैं। इनमें से 39 शवों की शिनाख्त हो चुकी है। अभी तक कुल 110 स्वजनों, 58 शवों, 28 मानव अंगों के डीएनए सैंपल मिलान के लिए एफएसएल देहरादून भेजे गए हैं।
सात फरवरी कोाषिगंगा में आई बाढ़ के बाद एनटीपीसी की 520 मेगावाट की तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना की टनल में भारी मात्रा में मलबा, बर्फ व पानी भर गया था। सुरंग में लापता व्यक्तियों की तलाश के लिए रेस्क्यू कार्य किया जा रहा है। रेस्क्यू में सेना, आइटीबीपी और एसडीआरएफ के जवान लगे हुए हैं। अभी तक सुरंग के 177 मीटर हिस्से तक मलबा साफ किया जा चुका है। अब टी पाइंट तक पहुंचने के लिए तीन मीटर और मलबा हटाया जाना है। एनटीपीसी के महाप्रबंधक राजेंद्र प्रसाद अहिरवार ने बताया कि टी पाइंट तक पहुंचने के बाद वहां से तीन मीटर दायीं ओर मलबा हटाया जाएगा। उसके बाद हेड रेस टनल में प्रवेश कर छोटी मशीनों से मलबा हटाने का कार्य किया जाएगा। हेड रेस टनल का मुख्य द्वार छोटा है, इसलिए छोटी मशीनों से ही वहां काम किया जा सकता है। बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के चलते भी तैयारियां की गई हैं। अगर बारिश होती है तो रेस्क्यू कार्य रोकना भी पड़ सकता है।