एनएचएम कर्मियों ने रखा मौन
मांगों को लेकर चौथे दिन भी जारी रहा एनएचएम कर्मियों का कार्यबहिष्कार
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। हरियाणा की तर्ज पर ग्रेड वेतनमान का लाभ देने सहित विभिन्न मांगों को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन का कार्यबहिष्कार चौथे दिन भी जारी रहा। एनएचएम कर्मियों ने मौन धारण करते हुए सरकार से उनकी समस्याओं का जल्द निराकरण करने की मांग उठाई।
शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन के बैनर तले कर्मचारियों ने राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में प्रदर्शन स्थल पर मौन धारण किया। अपने लिखित बयान में कर्मचारियों ने कहा कि वह पिछले कई वर्षों से पूरी ईमानदारी के साथ अपने कार्यो का निर्वहन कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान भी कर्मचारी खुद की चिता छोड़ समाज की सेवा में जुटे हुए थे। बावजूद इसके शासन की ओर से उनकी अनदेखी की जा रही है। संगठन ने हरियाणा राज्य की तर्ज पर ग्रेड वेतनमान का लाभ देने, पर्वतीय राज्य असम की तरह उत्तराखंड में भी 60 साल तक कर्मचारियों को सेवा का लाभ देने के साथ ही आउटसोर्सिंग के माध्यम से की जा रही नियुक्ति प्रक्रिया को समाप्त कर वर्तमान में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मियों को राज्य एवं जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से नियुक्ति पत्र देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब तक कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण नहीं होता वह अपने कार्य पर वापस नही लौटेंगे। वहीं, कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार से क्षेत्र में वैक्सिनेशन का कार्य भी प्रभावित रहा। इस मौके पर युद्धवीर सिंह रावत, सोनी भंडारी, अनूप सिंह, मीनाक्षी देवी, अरविद सिंह, सुभाष बहुगुणा, परवीन पोखरियाल, उर्मिला तड़ियाल आदि मौजूद रहे।