व्यापारियों ने किया सार्वजनिक शौचालय का लोकार्पण
जनप्रतिनिधियों के रवैय से निराश व्यापार मंडल ने अपने खर्च से कराया शौचालय का निर्माणरू मृदुल कौशिक
हरिद्वार। आम लोगो को हो रही परेशानी को देखते हुए न्यू हरिद्वार चंद्राचार्य चौक व्यापार मंडल द्वारा बनवाए गए सार्वजनिक शौचालय का उद्घाटन सोमवार को व्यापार मंडल के संरक्षक विमलेश आहूजा, रवि बजार, संजय सैनी व अध्यक्ष मृदुल कौशिक ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर मृदुल कौशिक ने कहा कि क्षेत्र में पिछले 10 सालों से सार्वजनिक शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं थी। जिस कारण बाजार में आने वाले ग्राहकों व व्यापारियों विशेषतौर पर महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। शौचालय निर्माण के लिए व्यापारियों ने छोटे से लेकर बड़े तक सभी जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई। लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। जनप्रतिनिधियोंं के रवैये से निराश व्यापारियों ने आपसी सहयोग से धन एकत्र कर एक आधुनिक सुविधायुक्त सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराकर जनता को समर्पित किया। उपाध्यक्ष अनूप सिद्घू ने कहा कि व्यापार मंडल किसी भी जन समस्या के समाधान के लिए एकजुट होकर प्रयासरत है। लेकिन जनप्रतिनिधियों को भी जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए कदम उठाने चाहिए। महामंत्री दीपक अग्रवाल ने कहा कि चंद्राचार्य चौक शहर का केंद्र बिंदु है। चौक से रोजाना हजारों लोग गुजरते हैं। शौचालय ना होने के कारण लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता था। व्यापारियों के बार-बार मांग करने के बावजूद भी जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं थे। शासन प्रशासन से की गुहार लगाई। लेकिन समस्या जस की तस बनी रही। इस पर व्यापारियों को स्वयं आगे आना पड़ा और अध्यक्ष मृदुल कौशिक के नेतृत्व में शौचालय का निर्माण करा कर समस्या का समाधान किया गया। व्यापारियों ने कहा कि आगे भी क्षेत्र की किसी भी समस्या के समाधान के लिए सभी व्यापारी व्यापार मंडल के बैनर तले इसी प्रकार योगदान देते रहेंग।े इस अवसर पर कोषाध्यक्ष सुनील गुलाटी, सुरेंद्र अग्रवाल, संजय द्विवेदी, पराग चकलान, सतनाम भाटिया, धर्मेंद्र मिगलानी, हैदर नकवी, अखिल अग्रवाल, बलदेव सिंह, बबलू सिंह, पीयूष मेहता, राहुल गोयल, राहुल अग्रवाल, रंजना चतुर्वेदी, सतपाल सिंह, संदीप कौशिक, संजीव शर्मा, दीपांकर चक्रपाणि, शिवांगकर चक्रपाणि, पवन दवे, जलालुद्दीन, सिद्घेश्वर चौहान, योगेश वाधवा, विमल मल्होत्रा, पुनीत नागपाल, मंजूर आलम आदि व्यापारी मौजूद रहे।