समाज सुधार से जुड़े विषयों पर शोध कार्यों को बढ़ावा देंगे : कुलपति
– संस्त विवि में स्थापना दिवस के साथ युवा महोत्सव का समापन
हरिद्वार। उत्तराखंड संस्त विवि में युवा महोत्सव के समापन पर विवि स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया। विवि कुलपति प्रो़ दिनेश चंद्र शास्त्री ने कहा कि संस्त विश्वविद्यालय ने अपनी स्थापना के 18 वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। भविष्य में विश्वविद्यालय शोध पर विशेष रूप से ध्यान देगा। वैदिक परंपराओं, भारत के प्राचीन ज्ञान, इतिहास, संस्ति और समाज सुधार से जुड़े विषयों पर शोध कार्यों को बढ़ावा दिया जाएगा। कुलपति ने समलैंगिक विवाह की मांग को भारतीय परिवार परंपरा पर हमला बताया। मुख्य अतिथि दिव्य प्रेम सेवा मिशन के प्रमुख आशीष गौतम ने कहा कि युवा पीढ़ी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंच-प्रण के साथ संबद्घ करना चाहिए। गंगा सभा हरिद्वार के अध्यक्ष नितिन गौतम ने इस बात पर जोर दिया कि युवा पीढ़ी अपनी सांस्तिक विरासत के मूल स्वरूप को बचा कर रखे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की केंद्रीय मंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि भारत की दृष्टि सुपर पावर बनने की दृष्टि नहीं है, बल्कि पूरे विश्व का मार्गदर्शन करने की दृष्टि है। कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी ने युवाओं को राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने को कहा। इस अवसर पर पर्यावरण के शिक्षक ड विनय सेठी ने अतिथियों को गौरैया संरक्षण अभियान के तहत घोसले भेंट किए। छात्र संघ की ओर से पूर्व अध्यक्षों विवेक ममगाई और अनुपम कोठारी को सम्मानित किया गया। समारोह को भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष विक्रम भुल्लर ने भी संबोधित किया। संचालन ड शैलेश तिवारी ने किया।
इन छात्रों को किया गया सम्मानित
भाषण प्रतियोगिता में चंद्रमोहन, एकलव्य हरितोष, नीरज पंत, शैफलिया आफरीन को, स्वरचित कविता में गौरव उनियाल, बृजेश जोशी, सतीश पनेरु को, नृत्य में हनी, रितिका, मेधा को शतरंज प्रतियोगिता में धर्मेंद्र, सूरज कोठारी, सागर खेमरिया को पुरस्त किया गया। मेहंदी प्रतियोगिता में वर्षा, गायत्री प्रतिभा, रंगोली प्रतियोगिता में गायत्री, शिखा पाल, वर्षा अग्रवाल और योगासन प्रस्तुति के बालक वर्ग में तुशांत, राजन, राजकुमार तथा बालिका वर्ग में गायत्री, शिखा मलिक, रिया सैनी को क्रमश: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान के लिए पुरस्त किया गया।