निगम की कार्यप्रणाली पर जताया रोष
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: क्षेत्र के विकास को लेकर नगर निगम की लापरवाह कार्यप्रणाली पर स्व. सरोजनी देवी लोक विकास समिति ने रोष व्यक्त किया है। कहा कि व्यवस्थाओं में सुधार की मांग के बाद भी नगर निगम अपनी लापरवाही में सुधार नहीं कर रहा।
शनिवार को आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि नगर निगम प्रशासन का उदासीन व गैर जिम्मेदाराना रवैया नगर क्षेत्र की जनता के लिए समस्याओं का भंवर बन चुका है। वर्ष 2020 के अगस्त माह में समिति के नेतृत्व में नगर के विभिन्न सामाजिक संगठनों ने तत्कालीन आयुक्त द्वारा से समस्याओं के निराकरण की मांग की थी। बावजूद इसके समस्याओं को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई गई। इसके बाद सदस्यों ने इसकी शिकायत मानवाधिकार आयोग से की थी। लेकिन, निगम द्वारा अपने जवाब में आयोग को अवगत करवाया गया कि मोटर नगर मामले में कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा समय पर कार्य नहीं किया गया है। जबकि, निगम व कंपनी के अनुबंध के अनुसार कंपनी को 1.838 हेक्टेयर भूमि दी जानी थी, लेकिन निगम ने कंपनी को केवल 1.503 हेक्टेयर भूमि ही दी। निगम द्वारा मामला आर्बिटेशन में लंबित बताया गया। प्रतिनिधि मंडल द्वार आयुक्त को उक्त मामले में गंभीरता दिखाने की भी मांग की गई थी। लेकिन, आयुक्त ने इसपर ध्यान नहीं दिया। नतीजा ट्रिव्यूनल द्वारा निगम को कंपनी को 12 करोड़ रुपये देने के आदेश दिए गए हैं। कहा कि नगर निगम जन समस्याओं को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा। नगर में घूमने वाले रेहड़ी, ठेली व पार्किंग के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं बनाई गई है। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नेगी,गजे सिंह, नारायण सिंह, गंभीर सिंह, प्रेम सिंह गुसाईं, कुंवर सिंह, धीरज सिंह, रोशन सिंह आदि मौजूद रहे।