नगर निगम का देखो खेल : 58 लाख की दीवार, छह माह में दरकी
नगर निगम खोह नदी के तट पर ट्रेचिंग ग्राउंड में बनाई गई थी दीवार
निर्माण के एक साल भी नहीं टिक पाई नगर निगम की दीवार
लगता है नगर निगम को चर्चाओं में रहने की आदत पड़ गई है। अभी नगर निगम के खातों से फर्जी चैकों के जरिए लाखों की धनराशि निकालने का मामला ठंडा भी न हुआ कि निगम में घटिया निर्माण कार्यों का नया मामला सामने आ गया है। खोह नदी के तट पर बने ट्रेचिंग ग्राउंड के विस्तारीकरण को लाखों की लागत से बनाई गई दीवार निर्माण के साल भर के भीतर ही दरकने लगी है। दरक रही दीवार निगम के निर्माण कार्यों की कलई खोलती नजर आ रही है।
विकास कार्यों के मामले में सरकार से धन आवंटन न होने की बात कहने वाले नगर निगम ने किस तरह 58 लाख रूपए खोह नदी की भेंट चढ़ा दिए, नदी तट पर दरकती दीवार इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। नगर निगम ने क्षेत्र से प्रतिदिन उठने वाले करीब सत्तर टन कूड़े को खोह नदी में गिरने से रोकने के लिए 2021-22 में नदी तट पर 180 मीटर लंबी व सात मीटर ऊंची दीवार का निर्माण करवाया। करीब 58 लाख की लागत से बनी इस दीवार की गुणवत्ता का अंदाजा महज इस बात से ही लगाया जा सकता है कि निर्माण के वर्ष भर के भीतर ही दीवार दरकने लगी है। जगह-जगह से क्षतिग्रस्त यह दीवार कब पूरी तरह जमींदोज हो जाए, कहा नहीं जा सकता।
लगातार उठ रहे थे सवाल
नगर निगम की ओर से बनाई गई उक्त दीवार पर क्षेत्रवासी लगातार सवाल खड़े कर रहे थे। निर्माण कार्य के दौरान कईयों ने दीवार की गुणवत्ता को लेकर सवाल भी खड़े किए थे। लेकिन, निगम प्रशासन ने इन शिकायतों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया।
ट्रेचिंग ग्राउंड की दीवार निर्माण के लिए नई निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। निविदा प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद दीवार निर्माण किया जाएगा। साथ ही क्षतिग्रस्त हिस्से की भी मरम्मत कर दी जाएगी। …वैभव गुप्ता, नगर आयुक्त, कोटद्वार नगर निगम