कोटद्वार-पौड़ी

पार्षदों ने निगम कार्यालय बंद कर एसएनए के स्थानान्तरण मांग को किया प्रदर्शन

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शहरी विकास मंत्री को भेजा ज्ञापन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। नगर निगम कोटद्वार सहायक आयुक्त द्वारा महिला की फाइल फाड़ने से आक्रोशित पार्षदों ने निगम कार्यालय बंद कर एसएनए के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पार्षदों ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के शहरी विकास मंत्री को ज्ञापन भेजकए सहायक नगर आयुक्त के स्थानान्तरण की मांग की है। उन्होंने जल्द ही स्थानान्तरण न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
मंगलवार को नगर निगम कोटद्वार के पार्षद निगम कार्यालय में एकत्रित हुए। जहां पार्षदों ने सहायक नगर आयुक्त के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। पार्षदों ने कहा कि बीएलरोड रतनपुर सुखरो निवासी सुषमा देवी पत्नी स्व. रघुवंशी गत मंगलवार को नगर निगम कोटद्वार की सहायक नगर आयुक्त के पास श्रम विभाग द्वारा शादी के लिए दी जाने वाली आर्थिक सहायता के लिए तैयार की गई फाईल पर हस्ताक्षर कराने के लिए उनके कक्ष में गई। सहायक नगर आयुक्त ने फाईल पर हस्ताक्षर करने के बजाय फाड़ दी। जो कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए आघात है। उन्होंने कहा कि महिला ने बड़ी मुश्किल से लॉकडाउन के दौरान फाईल तैयार की थी। फाईल में स्टाम्प पेपर भी लगा हुआ था। जबकि सरकारी स्टाम्प फाड़ना सख्त कानूनी अपराध है। जिसमें धोखाधड़ी के मुकदमें के साथ लंबी सजा का प्रावधान भी है। उन्होंने कहा कि पीड़ित महिला ने गत सोमवार को उपजिलाधिकारी से मामले की शिकायत की थी, लेकिन अभी तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। जिससे क्षेत्र की जनता में आक्रोश व्याप्त है। पार्षदों ने कहा कि अधिकारियों को जनता के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए। अधिकारियों का इस तरह का व्यवहार शोभनीय नहीं है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम कोटद्वार की सहायक आयुक्त को अभी नगर निगम में कार्य करने का अनुभव नहीं है। पार्षदों ने प्रदेश के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक को ज्ञापन भेजकर तत्काल सहायक नगर आयुक्त का स्थानान्तरण करने की मांग की है। प्रदर्शन करने वालों में पार्षद सौरभ नौटियाल, विजेता रावत, जयदीप नौटियाल, कमल सिंह नेगी, नीरूबाला खंतवाल, सोेनिया नेगी, बीना नेगी, ज्योति, गायत्री भट्ट, आशा चौहान, अमित नेगी, लीला कर्णवाल, अनिल नेगी आदि शामिल थे।

बॉक्स समाचार
कांग्रेस ने सहायक नगर आयुक्त को पदमुक्त करने की मांग
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार से सहायक नगर आयुक्त नगर निगम कोटद्वार को तत्काल पदमुक्त करने की मांग की है।
बदरीनाथ मार्ग स्थित कार्यालय में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के गृह जनपद में सहायक नगर आयुक्त पद पर ऐसी अधिकारी नियुक्त है जो कि एसी के कार्यालय में बैठकर कार्य करने तक सीमित है, जबकि कोरोना महामारी के समय सहायक नगर आयुक्त को मोहल्लों में जाकर कार्य करने की आवश्यकता है। ताकि पूरे नगर निगम क्षेत्र में सेनेटाइज एवं सफाई व्यवस्था दूरस्थ हो सके। उन्होंने कहा कि जो लोग कोरोना महामरी के समय नगर निगम कार्यालय में नहीें आ पा रहे है उन्हें वार्ड में ही सुविधा मुहैया करानी चाहिए थी, लेकिन दुर्भाग्य है कि एक महिला को अपनी पुत्री की शादी के लिए आर्थिक सहायता की आवश्यकता थी, लेकिन उस परिवार को राहत देने के बजाय आवश्यक कागजात फाड़कर फेंक दिये गये। कांगे्रस कार्यकर्ताओं ने सहायक नगर आयुक्त की कार्यप्रणाली की घोर निंदा करते है हुए कहा कि जब प्रदेश के मुख्यमंत्री के गृह जनपद में ही ऐसे अधिकारी तैनात है तो पूरे प्रदेश का क्या हाल होगा अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने जल्द ही सहायक नगर आयुक्त के स्थानान्तरण न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। बैठक में युवा कांग्रेस के पूर्व सचिव रावत, दिनेश सिंह, वीरेन्द्र चौधरी, सुरेन्द्र, दीपक कुमार, सतीश सिंह, अनिर्ल ंसह, संदीप कुमार, सौरभ सिंह, प्रदीप कुमार, अतुल नेगी, सोहन सिंह, विकास सिंह आदि मौजूद थे।

बॉक्स समाचार
महापौर ने भी जताई नाराजगी
नगर निगम कोटद्वार की महापौर श्रीमती हेमलता नेगी ने सहायक नगर आयुक्त अंकिता जोशी के द्वारा एक महिला के कागज फाड़े जाने की घटना पर नाराजगी व्यक्त की। महापौर ने कहा कि नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों सहित जनप्रतिनिधियों को अपने कार्य व्यवहार में बदलाव लाने की जरूरत है। नगर निगम एक पब्लिक डीलिंग वाला कार्यालय है, जहां पर कई प्रकार के पीड़ित एवं परेशान लोग अपनी समस्याओं को लेकर आते हैं। अधिकारियों का काम लोगों की समस्याओं का समाधान करना है न कि उनकी भावनाओं का अनादर करना। महापौर ने कहा कि सहायक नगर आयुक्त को अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को समझते हुए नगर निगम में फरियाद लेकर आने वाले लोगों का मार्गदर्शन कर उनकी समस्याओं का हर हाल में समाधान करना चाहिए। महापौर ने कहा कि अधिकारी स्तर पर इस प्रकार की घटनाऐं विवादों को जन्म देती है।

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