प्रसूता स्वाति ध्यानी की मौत पर महिला कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से मांगा इस्तीफा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष कोटद्वार रंजना रावत ने रिखणीखाल विकासखंड के अंतर्गत ग्राम बयेला की गर्भवती महिला स्वाति ध्यानी की प्रसव के दौरान बच्चे सहित मौत हो जाने पर गहरा दु:ख जताते हुए कहा कि इस दु:खद घटना के लिए स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक की घोर लापरवाही सामने आ रही है। ऐसे लापरवाह डॉक्टरों पर कड़ी कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री/स्वास्थ्य मंत्री त्रिवेन्द्र्र ंसह रावत से घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तत्काल इस्तीफा देने की मांग की है।
रंजना रावत ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति और आए दिन स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों की गैर जिम्मेदारी तथा विभाग की खामियों के कारण बीमार दम तोड़ रहे है। खासकर प्रसव के दौरान पहाड़ों पर बड़ी संख्या में जच्चा-बच्चा सहित मौत की घटनाएं बढ़ी है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार पहाड़ों पर बेहतर चिकित्सा दिए जाने के दावे कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत इसके विपरीत है। उन्होंने कहा कि जिस राज्य के निर्माण में सबसे बड़ा योगदान महिलाओं का रहा है, आज सबसे अधिक परेशान उत्तराखंड राज्य में महिलाएं ही हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य केन्द्रों को सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरस्थ करने के साथ ही सभी केंद्रों में महिला चिकित्सक की तैनाती करनी चाहिए। उन्होंने प्रसव के दौरान डॉक्टरों की गैर जिमेदारी से बच्चे सहित जान गंवाने वाली स्वाति ध्यानी को समय पर न्याय दिलाने की मांग की है। साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री से जनहित में पर्वतीय भू-भागों में चिकत्सा केंद्रों में डॉक्टरों सहित चिकत्सा कर्मियों को मरीजों के प्रति जबाबदेह बनाने की की मांग की है।