अंकिता की लड़ाई लड़ रहे व्यक्तियों के उत्पीड़न का आरोप, किया प्रदर्शन
कांग्रेस व उक्रांद सहित अन्य सामाजिक संगठनों ने न्यायालय परिसर के समीप किया प्रदर्शन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : अंकिता भंडारी को न्याय दिलवाने की लड़ाई लड़ रहे व्यक्तियों के उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कांग्रेस सहित विभिन्न संगठनों ने अपर जिला व सत्र न्यायाधीश परिसर के बाहर सड़क पर प्रदर्शन किया। कहा कि देवभूमि की बेटी को न्याय दिलवाने के लिए आमजन सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों व पुलिस के बीच सड़क जाम करने को लेकर झड़प भी हुई।
बुधवार को अंकिता भंडारी प्रकरण की लड़ाई लड़ रहे आशुतोष नेगी की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी थी। सुबह ही कांग्रेस, उत्तराखंड क्रांति दल सहित कई अन्य संगठनों के लोग पीड़िता की माता-पिता के साथ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश परिसर के बाहर एकत्र हुए व प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कहा कि पूरे प्रकरण में सरकार आरोपितों को बचाने का कार्य कर रही है। सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करने वालों का उत्पीड़न किया जा रहा है। कहा कि बेटी को न्याय दिलाने के लिए अब जनता को आगे आना होगा। इस दौरान प्रदर्शनकारी बीच सड़क के मध्य में आकर प्रदर्शन करने का प्रयास करने लगे। जिस पर पुलिस उन्हें जबरन उठाने लगी, जिसके बाद प्रदर्शनकारी व पुलिस के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई। आशुतोष नेगी की जमानत मंजूर होने के बाद प्रदर्शनकारी यहां से वापस लौटे। प्रदर्शन करने वालों में महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष रश्मि पटवाल, रंजना रावत, शिवानंद लखेड़ा, केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष महेंद्र सिंह रावत, महामंत्री सत्यप्रकाश भारद्वाज, प्रचार मंत्री ध्यान सिंह गुसाई, सांगठनिक जिलाध्यक्ष मुकेश बड़थ्वाल, रामप्रसाद डोबरियाल, शिव सिंह रावत, विमलेश देवी, बसंती देवी, महावीर सिंह, विनोद नेगी आदि मौजूद रहे।