राठ महोत्सव में महिला मंगल दलों की प्रस्तुति रही आकर्षण का केन्द्र
पर्यावरण और पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 10 लोग सम्मानित
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। विकासखंड थलीसैंण के हिंवालीधार में बुधवार को समलौंण संस्था की ओर से आयोजित छवें राठ महोत्सव में क्षेत्र के महिला मंगल दलों की रंगारंग प्रस्तुतियां आकर्षण का केन्द्र रही। इस दौरान गढ़वाल मंडल के विभिन्न जनपदों में पर्यावरण व पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले दस लोगों को अंग वस्त्र व प्रशस्ति पत्र देकर समलौंण सम्मान से सम्मानित किया गया। चौफला-थडिया नृत्य की बेहतर प्रस्तुति में दौला गांव की महिलाओं ने प्रथम, पैलार गांव की महिलाओं ने द्वितीय व पल्ली गांव की महिलाओं ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। जिन्हें संस्था की ओर से क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्रदान किया गया।
राजकीय इंटर कॉलेज हिंवालीधार परिसर में आयोजित राठ महोत्सव में पूर्व विधायक गणेश गोदियाल बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस दौरान दौला, सरतोली, कुटकंडई, पैलार, बहेड़ी, कोटी, पैठाणी, पल्ली आदि गांवों के महिलाओं द्वारा थड़िया, चौफला प्रस्तुतियों ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इस दौरान उनकी रंगारंग प्रस्तुतियों पर महिलाओं ने दर्शकों से खूब तालियां बटोरी। महोत्सव के दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर वरिष्ठ पत्रकार गुरुवेंद्र नेगी व सुभाष नौटियाल को समलौंण संस्था की ओर से समलौंण पश्चिमी नयार घाटी उत्कृष्ठ सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया। जबकि पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर पर्यावरणविद् जगत सिंह जंगली, मंगला कोटियाल, जितेंद्र कुमार को समलौंण सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके अलावा समलौंण सेना नायिका गोदांबरी देवी, रामेश्वरी देवी, सीमा देवी को अपने-अपने क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने पर सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व विधायक गणेश गोदियाल ने कहा कि ग्रामीण परिवेश वाले क्षेत्र में संस्था की ओर से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में यह एक अभिनव पहल है। उन्होंने आयोजन की सराहना करते हुए आगे भी ऐसे आयोजन करने पर जोर दिया। संस्था के संस्थापक वीरेन्द्र गोदियाल ने कहा कि राठ क्षेत्र में समलौंण आज पर्यावरण के क्षेत्र में एक आंदोलन बन चुकी है। आगे भी यह मुहिम संस्था की ओर से जारी रहेगी। इस मौके पर समलौंण संस्था के अध्यक्ष मनोज रौथाण, सचिव नरेंद्र नेगी, भगत सिंह, वीरेंद्र गोदियाल, नत्थी राम नौटियाल, क्रांति नौटियाल आदि शामिल थे।