विलुप्तप्राय औषधीय पादपों के संरक्षण की विधियों को खोजने पर शोध कार्य जरूरी
श्रीनगर गढ़वाल : हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल की एक बैठक डाबर इंडिया लि. के प्रतिनिधियों के साथ की गई। बैठक में कुलपति ने कहा कि डाबर इंडिया लि. अपने कारपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) फंड के तहत विवि में एक विश्वस्तरीय औषधीय पौधा पार्क की स्थापना में अगर सहयोग करता है तो कंपनी के लिए यह बड़ी उपलब्धि होगी।
कुलपति ने विवि के कृषि संकाय के डीन को औषधीय पौधों के संरक्षण के लिए भेषज विज्ञान विभाग, पर्यावरण विज्ञान विभाग एवं विश्वविद्यालय के अन्य सबंधित विभागों को जोड़कर एक नई पहल करने के निर्देश दिए। जिससे सभी विभाग औषधीय पादप के बारे में दी जा रही शिक्षा एवं किए जा रहे शोधों को धरातल पर उतारने में सफल साबित हो सकें। प्रो. नौटियाल ने कहा कि विलुप्तप्राय औषधीय पादपों के संरक्षण की विधियों को खोजने पर शोध कार्य किया जाना जरूरी है। जिसके लिए डाबर इण्डिया लि. जैसी मल्टीनेशनल आयुर्वेदिक कंपनियों का सहयोग लिया जा सकता है क साथ ही मध्य हिमालय में भी विभिन्न प्रकार के अवरोधों से किसानी, कास्तकारी से दूर जा रहे लोगों की आजीविका के लिए महत्वपूर्ण घटकों को निजात किए जाने पर भी कार्य किया जाना जरूरी है। (एजेंसी)