रन फॉर लाइफ सेवियर कार्यक्रम का हुआ आयोजन
रुडकी। आईएमए रुड़की शाखा की ओर से रविवार सुबह रन फॉर लाइफ सेवियर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आईएमए से जुड़े चिकित्सकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान उन चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की याद में दौड़ लगाई गई, जो कोरोनाकाल मरीजों का उपचार करते हुए स्वयं संक्रमित होकर अपनी जान गंवा चुके हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से आईएमए फंड भी एकत्रित कर रहा है, जो उनके परिवारों तक पहुंचाया जाएगा। आईएमए से जुड़े चिकित्सक रविवार सुबह रन फॉर लाइफ सेवियर कार्यक्रम के तहत सिविल लाइंस बोट क्लब में एकत्रित हुए। आईएमए अध्यक्ष डॉ. विकास त्यागी ने कहा कि कोरोना पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। अब कारोना से बचाव को वैक्सीनेशन का काम भी तेजी से चल रहा है। जिसके बाद पूरा देश कोरोना मुक्त हो जाएगा। कोरोना से पीड़ित मरीजों का उपचार करने में हमारे कई सहयोगियों ने अपनी जान तक कुर्बान कर दी है। उनकी कुर्बानियों को भुलाया नहीं जा सकता है। उन्हीं चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की याद में रन फॉर लाइफ सेवियर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम के जरिये उन चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को आईएमए श्रद्धांजलि दे रहा है। आईएमए के संयुक्त सचिव डॉ. आशिमा ग्रोवर ने कहा कि चिकित्सक मरीज की जान बचाने के लिए अपनी जान की बाजी तक लगा देता है। कोरोना काल में ऐसे तमाम उदाहरण पूरे देश ने देखे हैं। सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. संजय कंसल ने कहा कि कोरोना काल की चुनौतियों का चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों ने डटकर मुकाबला किया है। उसकी जितनी भी सराहना की जाए वह कम है। इसके बाद सभी चिकित्सकों ने दौड़ शुरू की। आईएमए अध्यक्ष डॉ. विकास त्यागी ने बताया कि डॉ. वीरिका साहरन ने 21 किलोमीटर की फुल मैराथन की। उन्होंने बताया कि इस दौरान एक लाख रुपये फंड भी एकत्रित किया गया। इस मौके पर डॉ. संजय गर्ग, डॉ. नवीन अग्रोही, डॉ. चंद्रशेखर ग्रोवर, डॉ. जेएम भटनागर, डॉ. भार्गव, डॉ. प्रवीण सालार, डॉ. सीमा सालार, डॉ. आभा अग्रोही, डॉ. अंकुर सैनी, डॉ. अंकुर सक्सेना, डॉ. सविता गोठी आदि सहित अनेक चिकित्सक मौजूद रहे।